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मां के बाद डेंगू से पीड़ित बेटे की मौत

क्षेत्र में डेंगू का प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है। इसके चलते लोग असमय काल कवलित हो रहे हैं। डेंगू जैसे खतरनाक रोग ने अमेहता के एक परिवार के मां-बेट की ¨जदगी निगल ली जिससे परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। मात्र तीन दिन में मां व बेटे की मौत से पूरा गांव शोक में डूब गया है। साथ ही रोग के फैलने की आशंका को लेकर हर कोई भयभीत है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 18 Nov 2018 06:36 PM (IST)Updated: Sun, 18 Nov 2018 06:36 PM (IST)
मां के बाद डेंगू से पीड़ित बेटे की मौत
मां के बाद डेंगू से पीड़ित बेटे की मौत

जासं, सैदपुर (गाजीपुर) : क्षेत्र में डेंगू का प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है। इसके चलते लोग असमय काल कवलित हो रहे हैं। डेंगू ने तीन दिन के अंदर अमेहता निवासी मां-बेटे की ¨जदगी निगल ली जिससे परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। वहीं मां व बेटे की मौत से पूरा गांव भी शोक में डूब गया है। साथ ही इस रोग के फैलने की आशंका को लेकर हर कोई भयभीत है।

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अमेहता गांव निवासी अच्छेलाल विश्वकर्मा की पत्नी इंद्रकला (50) की तबीयत दस दिन पहले अचानक खराब हुई थी। घरवाले स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले आए। यहां जांच में डेंगू से ग्रसित पाए जाने पर चिकित्सक ने प्राथमिक इलाज के बाद वाराणसी रेफर कर दिया। वाराणसी के निजी अस्पताल में इलाज के दौरान इंद्रकला देवी की बीते गुरुवार को मौत हो गई। इस बीच ही इंद्रकला के पुत्र किशन (16) की भी तबीयत बिगड़ गई। किशन को घरवाले इलाज के लिए वाराणसी के सारनाथ स्थित निजी अस्पताल में ले गए। वहां जांच में किशन भी डेंगू से पीड़ित मिला। चिकित्सक ने हालत गंभीर देख किशन को बीएचयू रेफर कर दिया। बीएचयू में दो दिन इलाज के बाद शनिवार को घरवाले किशन को निजी चिकित्सक के यहां ले गए। वहां इलाज के दौरान रविवार की भोर में किशन ने दम तोड़ दिया। पत्नी की मौत के बाद अच्छेलाल विश्वकर्मा ने दाह-संस्कार किया था। वह घर पर ही थे कि पुत्र की मौत का पता चला तो घर पर कोहराम मच गया। किशन दो भाईयों व पांच बहनों में छोटा था। वह ईशोपुर स्थित रामकरन इंटर कालेज में कक्षा दस का छात्र था। एक ही परिवार में दो लोगों की मौत के बाद घरवालों के अलावा ग्रामीण भयभीत हैं। ग्रामीण तनवीर, विनय विश्वकर्मा, कामेश्वर गुप्ता आदि ने बताया कि सरकारी चिकित्सा विभाग की कोई भी टीम अब तक गांव में नहीं आई। गांव में और कई लोग बुखार से पीड़ित हैं। अब ग्रामीण डेंगू की आशंका को लेकर बार-बार चिकित्सालय का चक्कर लगा रहे हैं। सामाजिक कार्यकर्ता कमलेश यादव ने विभागीय अधिकारियों का ध्यान इस तरफ आकृष्ट कराते हुए गांव में दवाओं का वितरण कराने व आवश्यक छिड़काव कराने की मांग की है।

--------------- - यह मामला अभी संज्ञान में नहीं था। सोमवार को ही स्वस्थ्य विभाग की टीम गांव में जाएगी और कैंप करेगी। बुखार से पीड़ित लोगों की जांच होगी। अगर डेंगू से कोई पीड़ित मिला तो उसका इलाज कराया जाएगा। - डा. जीसी मौर्या, सीएमओ।


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