2.11 करोड़ बहे, फिर भी पानी कुएं का ही नसीब
गाजीपुर करंडा ब्लाक के सबुआ गांव में नीर निर्मल परियोजना के तहत 2.11 करोड़ की लागत से जलनिगम द्वारा पानी टंकी का निर्माण कर पाइप लाइन बिछाया गया।
जासं, गाजीपुर : करंडा ब्लाक के सबुआ गांव में नीर निर्मल परियोजना के तहत 2.11 करोड़ की लागत से जलनिगम द्वारा पानी टंकी का निर्माण कर पाइप लाइन बिछाई गई। इसके बाद सभी ग्रामवासियों को घर-घर कनेक्शन दिया गया। हालांकि इस परियोजना में कार्यदायी संस्था द्वारा इतनी हीलाहवाली की गई कि कार्य पूर्ण होने के बाद भी लोगों को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है और ग्रामीण कुएं का दूषित पानी पीने को विवश हैं।
सबुआं गांव में ग्रामीणों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिए वर्ष 18 दिसंबर 2015 को इस परियोजना का निर्माण कार्य शुरू हुआ। इसके लिए करीब दो करोड़ 26 लाख रुपये स्वीकृत थे। इस पूरे परियोजना के निर्माण में दो करोड़ 11 लाख रुपये खर्च हुए। गांव के 955 परिवारों के घर में कनेक्शन देने का लक्ष्य था, लेकिन सात सौ को इसे दिया गया। पूरे परियोजना में मानक का तनिक भी ध्यान नहीं दिया गया। पाइप लाइन बहुत ही निम्न कोटी का है। आलम यह है कि इसमें प्रेशर बढ़ने पर पाइप अपने आप ही फट जाता है। घर में दिए गए कनेक्शन में पीवीसी की जगह लचीला पीवीएस पाइप का प्रयोग किया गया है। पाइप को निकालने में भी मानक को पूरा नहीं किया गया है। यह सब ग्रामीणों की शिकायत पर बीते 10 जनवरी को हुई जांच में सामने आया था। इतना ही नहीं बीते 23 जून को नीर निर्मल के जिला परियोजना प्रबंधक नीरज गोविंद राव एवं जिला लेखा प्रबंधक अमित कुमार पांडेय ग्रामीणों को शुद्ध पेयजल के संबंध में जागरूक करने पहुंचे तो यह सब देखकर हैरान हो गए। उन्होंने पाया कि लोगों के घरों में कनेक्शन होने के बावजूद वह कुएं का दूषित पानी पी रहे हैं। इसका कारण भी परियोजना में मानक की अनदेखी है। जलनिगम के इस कार्य से ग्रामीण तो परेशान हैं ही सरकार द्वारा करोड़ों रुपये खर्च करने के बाद उनकी मंशा पूरी नहीं हो पा रही है।
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