Move to Jagran APP

नई शाखाएं खोलने में बैंक फिसड्डी

By Edited By: Published: Mon, 01 Sep 2014 08:54 PM (IST)Updated: Mon, 01 Sep 2014 08:54 PM (IST)

गाजीपुर : जनपद में नई शाखाएं खोलने के मामले में राष्ट्रीयकृत बैंक फिसड्डी साबित हो रहे हैं। शासन की ओर से दिए गए लक्ष्य हासिल करने में किसी बैंक ने रुचि नहीं दिखाई। इस पर जिलाधिकारी चंद्रपाल सिंह ने खासी नाराजगी जाहिर की है। सोमवार को वह राइफल क्लब में खोली गई नई शाखाओं की समीक्षा बैठक कर रहे थे। शाखा नहीं खोलने वाले बैंकों के खिलाफ शासन को पत्र लिखने का निर्देश दिया।

loksabha election banner

पिछले वर्ष दो हजार से अधिक आबादी वाले ऐसे गांवों में बैंक शाखा खोलने का निर्देश शासन ने दिया था जहां पहले से कोई शाखा नहीं है। इसके तहत विभिन्न बैंकों को 55 शाखाएं खोलनी थीं। डीएम ने कहा कि जिन बैंकों ने नई शाखाएं खोलने में हीलाहवाली की उनके खिलाफ शासन को पत्र लिखने का निर्देश दिया। कहा कि हर व्यक्ति का बैंक में खाता होना चाहिए।

यूनियन बैंक ने 26 के सापेक्ष नई 20 शाखाएं खोला हैं। भारतीय स्टेट बैंक को छह शाखाएं खोलनी थीं लेकिन खुली एक भी नहीं। इलाहाबाद बैंक की तीन के बजाय दो ही शाखाएं खोली गईं। वह भी निर्धारित स्थान पर नहीं हैं। काशी गोमती संयुत ग्रामीण बैंक की 16 नई शाखाएं खुलनी थीं लेकिन उसे स्वीकृति ही नहीं मिली।

ऐसे में डीएम ने उन स्थानों पर अपनी शाखाएं खोलने के लिए अन्य बैंकों को निर्देश दिया। या। विजया बैंक की तीन एवं सेंट्रल बैंक आफ इंडिया की एक-एक नवीन शाखा नहीं खोली गई। इसके संबंध में तत्काल कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी रामअवतार, जिला अग्रणी बैंक प्रबंधक बीडी महतो, महाप्रबंधक नाबार्ड राजीव नंदन, सेंट्रल बैंक के शाखा प्रबंधक सुभाष चंद्र आदि उपस्थित थे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.