पार्टी का बखान हुआ तो बिदक गए मेहमान
करंडा (गाजीपुर) : इसे कहते हैं सिर मुड़ाते ओले पड़े। बात इलाके के एक गांव की है। पिछले दिनों होली मिलन के नाम पर जाति विशेष का जमावड़ा किया गया। इसके लिए हफ्ते भर पहले से ही गांव-गांव घूमकर सजातीय तलाश उन्हें न्यौता दिया गया। तय समय पर लोग पहुंचे। मेहमानों के मनोरंजन के लिए गीत-गवनई का भी इंतजाम था।
शुरू में सब ठीक था। अचानक मंच पर लगे माइक से पार्टी विशेष का बखान होने लगा। आयोजन में अन्य दलों के भी लोग थे जो मंच से कही जा रही बातों को सुन अवाक थे। कानाफूसी शुरू हुई। थोड़ी देर में माहौल बिगड़ गया। इस भीड़ में एक प्रत्याशी भी मौजूद थे। उनकी भी समझ में नहीं आ रहा था कि करें तो क्या। आखिर में साथियों से मंत्रणा कर आयोजन स्थल से दूर ब्रह्म स्थान पर चले गए। उधर, मेजबान से लोगों ने उलाहना शुरू किया। लोगों का कहना था कि यहां तो जाति के सम्मेलन के नाम पर बुलाया गया था फिर किसी खास पार्टी का गुणगान क्यों। आयोजक को पसीने आने लगे। भीड़ खिसकने लगी। यही नहीं चुनाव आयोग का चाबुक चला तो आयोजक के खिलाफ थाने में मुकदमा भी दर्ज कर लिया गया।