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डेबिट और क्रेडिट कार्ड से निकाले 1.7 लाख रुपये

साइबर ठगों ने एनडीआरएफ के सब इंस्पेक्टर के डेबिट व क्रेडिट कार्ड से 1.70 लाख रुपये उड़ा लिए। क्रेडिट कार्ड को बैंक खाते से ¨लक कर आटोडेबिट की सुविधा के नाम पर ठगी की गई। पीड़ित ने कविनगर थाने में मुकदमा दर्ज कराया है। कमला नेहरूनगर स्थित आठवीं बटालियन एनडीआरएफ में तैनात एसआइ दिगंबर ¨सह स्टाफ क्वॉर्टर्स में रहते हैं। उनके एसबीआइ में बैंक खाता है और उनके पास सिटी बैंक का क्रेडिट कार्ड है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 18 Feb 2019 06:22 PM (IST)Updated: Mon, 18 Feb 2019 06:22 PM (IST)
डेबिट और क्रेडिट कार्ड से निकाले 1.7 लाख रुपये
डेबिट और क्रेडिट कार्ड से निकाले 1.7 लाख रुपये

जासं, गाजियाबाद : साइबर ठगों ने एनडीआरएफ के सब इंस्पेक्टर के डेबिट व क्रेडिट कार्ड से 1.70 लाख रुपये उड़ा लिए। क्रेडिट कार्ड को बैंक खाते से ¨लक कर आटोडेबिट की सुविधा के नाम पर ठगी की गई। पीड़ित ने कविनगर थाने में मुकदमा दर्ज कराया है।

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कमला नेहरूनगर स्थित आठवीं बटालियन एनडीआरएफ में तैनात एसआइ दिगंबर ¨सह स्टाफ क्वॉर्टर्स में रहते हैं। उनके एसबीआइ में खाता है और सिटी बैंक का क्रेडिट कार्ड है। 16 फरवरी की शाम को एक महिला ने उन्हें कॉल कर बताया कि वह सिटी बैंक से बोल रही हैं। कॉलर ने क्रेडिट कार्ड के भुगतान करने के झंझट को खत्म कर बैंक खाते से ¨लक करने की बात कही। इसके बाद उसने डेबिट कार्ड और क्रेडिट कार्ड के नंबर और सीवीवी नंबर पूछ लिया। क्रेडिट कार्ड से 1.40 लाख रुपये कई बार में मोबीक्विक ई-वालेट में एड किए गए, जबकि 30 हजार रुपये बैंक खाते में ट्रांसफर कर लिए गए। पेटीएम करने के नाम पर निकाले पांच हजार : नगर कोतवाली के इस्लामनगर निवासी टूर एंड ट्रैवल्स एजेंसी संचालक से बस की बु¨कग कर एडवांस भेजने के नाम पर पेटीएम का नंबर और फिर ओटीपी पूछकर पांच हजार रुपये निकाल लिए गए।

पीड़ित रिहान अली ने बताया कि 17 फरवरी की सुबह उन्हें गाजियाबाद से दिल्ली जाने वाली बरात के लिए बस की बु¨कग करने के संबंध में एक कॉल आई थी। आरोपित ने कहा कि वह एक हजार रुपये एडवांस पेटीएम से देगा और बाकी रकम बाद में भुगतान करेगा। रिहान ने नंबर बताया तो कॉलर ने पेटीएम में खराबी का हवाला देकर कहा कि कोड के जरिये पैसे भेजने पड़ेंगे। मोबाइल पर आया ओटीपी बताते ही उनके कोटक म¨हद्रा बैंक के खाते से पांच हजार रुपये निकल गए। कॉलर ने दोबारा दस हजार रुपये निकालने की कोशिश की, लेकिन खाते में पैसा न होने के कारण ट्रांजेक्शन नहीं हो पाया। रिहान ने दोस्त के नंबर से कॉल की तो उसने रुपये वापस करने का झांसा देकर पेटीएम का लॉग-इन आइडी व पासवर्ड मांग लिया। रिहान ने दोस्त का लॉग इन दिया, जिसमें महज एक रुपया था। आरोप है कि ठग ने एक रुपया भी ट्रांसफर कर लिया और पेटीएम का यूपीआइ ¨लक बदल दिया। उन्होंने नगर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया है। एटीएम में सहायता के बहाने निकाले रुपये : एटीएम में पिन बदलने की कोशिश के दौरान दूसरे युवक से मदद मांगना एक युवक को भारी पड़ गया। आरोपित ने कार्ड क्लोन कर बाद में उनके खाते से 5500 रुपये निकाल लिए।

जागृति विहार निवासी मुकेश ने बताया कि 12 जनवरी को वह ओबीसी बैंक के संजयनगर स्थित एटीएम में डेबिट कार्ड का पिन नंबर बदलने गए थे। पिन नहीं बदला तो पीछे खड़े युवक ने मदद की पेशकश की। उसकी मदद से उन्होंने पिन बदल दिया। कुछ देर बाद ही उनके खाते से 5500 रुपये निकाल लिए गए, जिसका पता उन्हें बैंक जाने पर चला। पीड़ित ने कविनगर में दी शिकायत में आरोप लगाया कि एटीएम में स्किमर लगा हुआ है। इसी की मदद से उनका कार्ड क्लोन कर ठगी की गई है। कविनगर थाना प्रभारी का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है। एटीएम की सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।


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