Move to Jagran APP

कोवैक्सीन चोरी के आरोप में वार्ड ब्वाय व एएनएम की सेवाएं समाप्त

जागरण संवाददाता गाजियाबाद जिले से कोरोनारोधी वैक्सीन चुराकर नोएडा में पैसा लेकर लगाने के मामले में स्वास्थ्य विभाग हरकत में आ गया है। सोमवार को नोएडा पुलिस से एफआइआर की प्रतिलिपि लेने के बाद सीएमओ ने वैक्सीन चोरी के आरोपित वार्ड ब्वाय व एएनएम की सेवाएं तत्काल प्रभाव से समाप्त कर दी हैं।

By JagranEdited By: Published: Mon, 27 Sep 2021 06:39 PM (IST)Updated: Mon, 27 Sep 2021 06:39 PM (IST)
कोवैक्सीन चोरी के आरोप में वार्ड ब्वाय व एएनएम की सेवाएं समाप्त
कोवैक्सीन चोरी के आरोप में वार्ड ब्वाय व एएनएम की सेवाएं समाप्त

जागरण संवाददाता, गाजियाबाद: जिले से कोरोनारोधी वैक्सीन चुराकर नोएडा में पैसा लेकर लगाने के मामले में स्वास्थ्य विभाग हरकत में आ गया है। सोमवार को नोएडा पुलिस से एफआइआर की प्रतिलिपि लेने के बाद सीएमओ ने वैक्सीन चोरी के आरोपित वार्ड ब्वाय व एएनएम की सेवाएं तत्काल प्रभाव से समाप्त कर दी हैं। सीएमओ ने इस प्रकरण की जांच के लिए समिति भी गठित कर दी है। इसमें डा.जीपी मथुरिया व डा.आरके गुप्ता को नामित किया गया है। नगरीय शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बुद्ध विहार के प्रभारी डा.एसपी गुप्ता के खिलाफ भी अनुशासनात्मक कार्रवाई की तैयारी है।

loksabha election banner

प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बिसरख, गौतमबुद्धनगर के प्रभारी डा.सचेंद्र मिश्रा की शिकायत पर स्थानीय पुलिस ने खेड़ा चौगानपुर गांव में छापेमारी कर 250 रुपये में कोवैक्सीन लगाने को पर्दाफाश किया। इस दौरान सुशील पुत्र प्रेमराज व रवि पुत्र ब्रहमपाल को कोवैक्सीन लगाते हुए रंगेहाथों गिरफ्तार किया गया। इनके कब्जे से कोवैक्सीन की वायल भी बरामद हुईं। पूछताछ में पुलिस को आरोपितों ने बताया कि वैक्सीन को बुद्ध विहार केंद्र से चुराकर यहां लगाया जा रहा था। आरोपित सुशील स्वास्थ्य केंद्र पर वार्ड ब्वाय है और रवि इसी केंद्र पर तैनात एएनएम रेणु का देवर है। सीएमओ डा.भवतोष शंखधर ने प्रारंभिक जांच के आधार पर आरोपित वार्ड ब्वाय सुशील व एएनएम रेणु की सेवाएं समाप्त कर दी हैं। प्रभारी चिकित्सक एसपी गुप्ता को निलंबित करने की तैयारी है। वायल की पोर्टल पर होती है निगरानी : कोरोनारोधी टीका लगाने के साथ ही वैक्सीन की एक-एक वायल की पोर्टल पर निगरानी होती है। बैच संख्या, निर्माण तिथि और एक्सपायरी डेट के साथ ही कब व कहां वायल भेजी गई, इसकी पूरी निगरानी होती है। जिला सहायक प्रतिरक्षण अधिकारी डा.जीपी मथुरिया का कहना है कि कोई वैक्सीन चोरी नहीं कर सकता है। फिर भी इसकी जांच के बाद ही सही तथ्य सामने आएंगे। इंदिरापुरम में भी पकड़ा गया था मामला : एएनएम द्वारा पैसा लेकर घर-घर जाकर वैक्सीन लगाने के एक मामले में प्रशासन स्तर से कार्रवाई हुई थी। इस प्रकरण में डीएम के निर्देश पर एएनएम की सेवाएं समाप्त की गई थी। पहले इस मामले को स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी दबाने का प्रयास कर रहे थे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.