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बड़े बकाएदारों के आवेदन का हो रहा इंतजार

एकमुश्त समाधान योजना (ओटीएस) के तहत बकाया राशि का भुगतान करने को छोटे बकाएदार आवेदन कर रहे हैं। बड़े बकाएदारों की आवेदन करने की गति धीमी है। प्राधिकरण की सबसे ज्यादा बकाया धनराशि बड़े बकाएदारों पर है। इससे चितित जीडीए अधिकारियों को इनके आवेदन का इंतजार है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 18 Mar 2020 07:01 PM (IST)Updated: Wed, 18 Mar 2020 07:01 PM (IST)
बड़े बकाएदारों के आवेदन का हो रहा इंतजार
बड़े बकाएदारों के आवेदन का हो रहा इंतजार

जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : एकमुश्त समाधान योजना (ओटीएस) के तहत बकाया राशि का भुगतान करने को छोटे बकाएदार आवेदन कर रहे हैं। बड़े बकाएदारों की आवेदन करने की गति धीमी है। प्राधिकरण की सबसे ज्यादा बकाया धनराशि बड़े बकाएदारों पर है। इससे चितित जीडीए अधिकारियों को इनके आवेदन का इंतजार है।

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जीडीए ने 8294 बकाएदारों की सूची बना रखी है। इन पर 465 करोड़ 79 लाख 2935 रुपये बकाया है। छह मार्च से ओटीएस के तहत आवेदन प्रक्रिया चल रही है। इस योजना में आवेदन करने वाले बकाएदारों का बकाया राशि पर लगा दंड ब्याज माफ कर दिया जाएगा। जिससे उन्हें औसतन 20 फीसद की आर्थिक बचत होगी। ईडब्ल्यूएस, एलआइजी, 2बीएचके, 3बीएचके और आवासीय प्लॉट खरीदकर भुगतान न करने वाले छोटे बकाएदार ओटीएस का लाभ लेने के लिए रोजाना आवेदन कर रहे हैं। बुधवार तक तक 100 से ज्यादा आवेदन आ चुके हैं। बड़े बकाएदारों के महज चार आवेदन आए हैं। जबकि, जीडीए की सूची में 179 बड़े बकाएदारों के नाम शामिल हैं। इन पर 300 करोड़ रुपये से ज्यादा बकाया है।

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बड़े बकाएदारों ने ओटीएस के आवेदन फार्म तो लिए हैं। लेकिन आवेदन करने की गति धीमी है। सभी प्रवर्तन टीमों को निर्देश दिए गए हैं कि उन्हें प्रेरित करके आवेदन कराया जाए।

- कंचन वर्मा, वीसी, जीडीए


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