सब्जी और फल मंडी खुली रहने से रही राहत, सामान्य रहे दाम
सब्जी और फल मंडी में सोमवार को दुकानें खुली रहीं। पूरे दिन भीड़भाड़ रही। सबसे अच्छी बात देखने को मिली कि शहर के लोग उतना ही सब्जी और फल खरीदते देखे गए जितनी उन्हें तात्कालिक जरूरत थी। पूछने पर कई लोगों ने बताया कि राज्य सरकार और जिला प्रशासन ने आश्वस्त कर दिया है। इस वजह वह सब्जी और फलों को ज्यादा मात्रा में नहीं खरीद रहे। किराना स्टोर और दूध की दुकानें भी खुली रहीं। उनमें सामान्य दिनों की तरह ही लोग खरीदारी करते दिखे।
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : सब्जी और फल मंडी में सोमवार को दुकानें खुली रहीं। पूरे दिन भीड़भाड़ रही। सबसे अच्छी बात देखने को मिली कि शहर के लोग उतना ही सब्जी और फल खरीदते देखे गए, जितनी उन्हें तात्कालिक जरूरत थी। पूछने पर कई लोगों ने बताया कि राज्य सरकार और जिला प्रशासन ने आश्वस्त कर दिया है। इस वजह वह सब्जी और फलों को ज्यादा मात्रा में नहीं खरीद रहे। किराना स्टोर और दूध की दुकानें भी खुली रहीं। उनमें सामान्य दिनों की तरह ही लोग खरीदारी करते दिखे।
पुराना बस अड्डा के पास फल मंडी में विक्रेता शब्बीर ने बताया कि फलों की पूरी सप्लाई आ रही है। किसी फल के रेट में इजाफा नहीं है। उन्होंने बताया कि चीकू 40 से 60 रुपये किलो है। छोटा संतरा 40 से 50 रुपये किलो बिक रहा है।, जबकि बड़ा संतरा 70 रुपये किलो तक बेचा जा रहा है। ऐसे ही केले का दाम 60 रुपये दर्जन है। अंगूर 60 से 80 रुपये किलो बिक रहा है। वहीं सब्जी विक्रेता रमेश ने बताया कि सब्जियों के दाम भी नहीं बढ़े हैं। सब्जी की गाड़ियों को नहीं रोका जा रहा है, इसलिए भरपूर सप्लाई हो रही है। उन्होंने बताया कि मटर, टमाटर, मूली, खीरा, आलू, गोभी, बैंगन समेत अन्य सब्जियां पहले की तरह सामान्य रेटों पर ग्राहकों को बेची गईं। यह बात जरूर सामने आई कि गली-मोहल्लों में खुली दुकानों ने जरूर लॉकडाउन का फायदा उठाया। उन्होंने सब्जी मंडी से ज्यादा रेट पर जमीन बेची।