चोट लगने से हुई थी गर्भ में पल रही बच्ची की मौत
घटना के तीन दिन बाद भी आरोपितों की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
जासं, गाजियाबाद : सूद न देने पर महिला की पिटाई के बाद गर्भ में पल रही बच्ची की मौत चोट लगने से ही हुई थी। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में इसकी पुष्टि हुई है, लेकिन घटना के तीन दिन बाद भी आरोपितों की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
घूकना निवासी संजय वर्मा की तहरीर पर सुनील कुमार व उसकी पत्नी, मोहन लाल, प्रेम सागर व उसकी पत्नी और नंदू के खिलाफ बलवा, मारपीट, धमकी देने और गैरइरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज किया था। संजय का आरोप था कि सोना गिरवी रख उन्होंने आरोपितों से बीते साल 1.20 लाख रुपये का लोन लिया था, लेकिन आरोपित सूद समेत इसके एवज में दो लाख रुपये मांग रहे थे। विरोध पर सात सितंबर को आरोपितों ने घर में घुसकर हमला कर दिया था। उनके साथ पत्नी प्रियंका से मारपीट कर उसके पेट में आरोपितों ने लात मार दी थी। 11 सितंबर को तबीयत बिगड़ने पर वह पत्नी को अस्पताल ले गए, जहां मृत बच्ची पैदा हुई थी। गुस्साए स्वजनों ने 13 सितंबर की सुबह घूकना के सामने मेरठ हाईवे जाम कर दिया था। संजय का कहना है कि पुलिस ने केस दर्ज कर लिया, लेकिन आरोपित खुले घूम रहे हैं। एसएचओ कृष्ण गोपाल शर्मा ने बताया कि आरोपित फरार हैं। संभावित ठिकानों पर दबिश दी जा रही है। जल्द गिरफ्तारी की जाएगी।