फिल्म निर्माता के घर हुई चोरी में ड्राइवर समेत दो गिरफ्तार
सिहानी गेट थाना पुलिस ने प्रोड्यूसर के घर से 13 लाख रुपये की चोरी के मामले का पर्दाफाश कर पीड़ित के ड्राइवर समेत दो लोगों को गिरफ्तार किया है। तीन फरार आरोपितों में चालक का पिता और प्रोड्यूसर का साला भी शामिल है। गिरफ्तार आरोपितों से पुलिस ने पौने 11 लाख रुपये बरामद किए हैं जिनमें से 10.60 लाख रुपये प्रोड्यूसर के घर से चोरी किए गए थे जबकि 16 हजार रुपये एसबीआइ मैनेजर और एक अन्य व्यक्ति के घर से चोरी के बरामद हुए हैं। पुलिस ने तीन मामलों का पर्दाफाश कर आरोपितों को जेल भेज दिया है।
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद: सिहानी गेट थाना पुलिस ने प्रोड्यूसर के घर से 13 लाख रुपये की चोरी के मामले का पर्दाफाश कर पीड़ित के ड्राइवर समेत दो लोगों को गिरफ्तार किया है। तीन फरार आरोपितों में चालक का पिता और फिल्म निर्माता का साला भी शामिल है। गिरफ्तार आरोपितों से पुलिस ने पौने 11 लाख रुपये बरामद किए हैं, जिनमें से 10.60 लाख रुपये प्रोड्यूसर के घर से चोरी किए गए थे, जबकि 16 हजार रुपये एसबीआइ मैनेजर और एक अन्य व्यक्ति के घर से चोरी के बरामद हुए हैं। पुलिस ने तीन मामलों का पर्दाफाश कर आरोपितों को जेल भेज दिया है।
एसपी सिटी श्लोक कुमार ने बताया कि चौधरी मोड़ के पास से रविवार सुबह बुलंदशहर की देहात कोतवाली क्षेत्र निवासी विनोद कुमार और परवेंद्र को गिरफ्तार किया गया है। विनोद प्रोड्यूसर पंकज का ड्राइवर है, जिसे वह जरूरत के मुताबिक कॉन्ट्रैक्ट पर काम करने के लिए बुलाते थे। विनोद का पिता जुगेंद्र और कर्मवीर उर्फ सोनू और प्रोड्यूसर का साला भी साजिश में शामिल हैं। तीनों की पुलिस तलाश कर रही है। पुलिस पूछताछ में विनोद ने बताया कि शॉर्ट फिल्म बनाने वाले प्लाइवुड कारोबारी पंकज उससे अच्छा व्यवहार नहीं करते थे। अपने एक साले से भी वह ठीक से बातचीत नहीं करते थे। इसी कारण दोनों ने सबक सिखाने के लिए चोरी की योजना बनाई। रक्षाबंधन पर पंकज बुलंदशहर स्थित घर गए थे। विनोद ही उन्हें छोड़ने गया और फिर तुरंत लौट आया। सोनू, विनोद और परवेंद्र ने घर में घुसकर चोरी की। रुपयों से रखी अटैची में नंबर लॉक लगा हुआ था। विनोद ने लॉक खोला और उसमें रखे 13 लाख रुपये चोरी कर लिए।
आयकर अधिकारी बन की थी कॉल
पंकज के व्यापार और लेनदेन के बारे में चालक और साले को पता था। घटना से कुछ दिन पहले परवेंद्र ने फर्जी आइडी पर खरीदे सिम से पंकज को कॉल की थी। खुद को आयकर अधिकारी बता रुपये और उन्हें रखे जाने की जगह के बारे में बताकर कहा कि तुम्हारे यहां रेड पड़ेगी। आरोपितों की मंशा थी कि डरकर पंकज अपना सारा रुपये इकट्ठा कर लेंगे और इसी समय वे चोरी करेंगे। ऐसा नहीं होने पर भी आरोपितों ने चोरी को अंजाम दे दिया। इससे पहले गिरोह ने 28 अप्रैल को गांधीनगर स्थित तहसील कंपाउंड में विशाल भारद्वाज और 27 जुलाई को नेहरूनगर थर्ड में रहने वाले एसबीआइ मैनेजर शरदवीर कुदेशिया के घर से दिनदहाड़े लाखों की नकदी व ज्वैलरी चोरी की थी।