Move to Jagran APP

बुलेट के पटाखे से हवा में उड़ रहे यातायात के नियम

हसीन शाह गाजियाबाद जिले में पटाखा छोड़ने वाली बाइकें न केवल यातायात नियमों की धज्जियां

By JagranEdited By: Published: Wed, 20 Jan 2021 07:55 PM (IST)Updated: Wed, 20 Jan 2021 07:55 PM (IST)
बुलेट के पटाखे से हवा में उड़ रहे यातायात के नियम
बुलेट के पटाखे से हवा में उड़ रहे यातायात के नियम

हसीन शाह, गाजियाबाद :

loksabha election banner

जिले में पटाखा छोड़ने वाली बाइकें न केवल यातायात नियमों की धज्जियां उड़ा रही हैं, बल्कि इससे ध्वनि प्रदूषण में भी इजाफा हो रहा है। पुलिस की सुस्त कार्रवाई के चलते युवक बाइक से पटाखा छोड़ने से बाज नहीं आ रहे हैं। इनमें बुलेट बाइकों की संख्या अधिक है।

जिले में गाजियाबाद में 350 से ज्यादा वाहन माडिफिकेशन केंद्र हैं। केंद्रों पर अवैध रूप से वाहनों को माडिफाइ किया जाता है। नियमानुसार किसी भी प्रकार के माडिफिकेशन केंद्र को परिवहन विभाग द्वारा अनुमति न देने का प्रावधान है। केंद्रों पर प्रतिदिन सैकड़ों बाइकों में पटाखा छोड़ने का सिस्टम लगाया जाता है। बुलेट बाइक से पटाखा छोड़ने में युवा अपनी शान समझते हैं। मगर यह यातायात नियम का उल्लंघन है। अचानक सड़क पर पटाखे की आवाज सुनकर अन्य वाहन चालक घबरा जाते हैं और हादसे का शिकार हो जाते हैं। गली-मोहल्ले में पटाखा छोड़ने से कालोनी निवासियों की नींद खराब होती है। इससे पशुओं को भी परेशानी होती है। ट्रैफिक पुलिस ने साल 2020 में 2882 वाहनों के चालान किए। माडिफिकेशन केंद्रों पर नहीं होती कार्रवाई

ट्रैफिक पुलिस पटाखा छोड़ने वाली बाइकों का चालान और उन्हें जब्त करती है। कार्रवाई के बाद ये लोग फिर से बाइक को माडिफाई करा लेते हैं। ट्रैफिक पुलिस वाहन चालकों के खिलाफ तो कार्रवाई करती है, मगर माडिफिकेशन केंद्र संचालक के खिलाफ कार्रवाई नहीं करती।

------

पूर्व में पटाखा छोड़ने वालों को भेजा गया था जेल

बुलेट से सड़क पर पटाखा छोड़ने से लोग बहुत अधिक परेशान होते हैं। इसका अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि तीन माह पहले जिले के लोगों की शिकायत पर पुलिस ने पटाखा छोड़ने वाले वाहन चालकों का 151 में चालान कर जेल भेजना शुरू कर दिया था। जेल जाने से डर ज्यादातर लोगों ने पटाखा छोड़ना बंद कर दिया गया था। मगर कुछ दिन बाद पुलिस सुस्त पड़ गई। अब फिर युवक बाइकों से पटाखा छोड़ रहे हैं।

------ पटाखा छोड़ने से ध्वनि प्रदूषण हो रहा है। रात में सोते समय लोग घर के आगे ही बाइक से पटाखा छोड़ देते हैं। इससे नींद खराब हो जाती है। ऐसे वाहन चालकों पर कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए।

-सौरभ सिसौदिया, शहर निवासी

-------

सड़क पर पटाखे की तेज आवाज सुनकर मैं कई बार घबरा गया। मेरी बाइक गिरने से बाल-बाल बची। युवक पटाखा वाली बाइक से स्टंट करते हैं। ऐसे वाहनों को जब्त किया जाना चाहिए।

अमित सुंदरियाल, शहर निवासी

-----

पटाखा छोड़ने वाली बाइकों पर रोज कार्रवाई की जाती है। कार्रवाई की डर से सड़क पर पटाखा छोड़ने वाले वाहनों में कमी आई है। कानून तोड़ने वाले वाहन चालकों के खिलाफ अभियान चलाया जाएगा।

- रामानंद कुशवाहा, एसपी ट्रैफिक पिछले छह माह में पटाखा छोड़ने पर ट्रैफिक पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई

माह वाहनों पर कार्रवाई

जुलाई 305

अगस्त 161

सितंबर 214

अक्टूबर 385

नवंबर 339

दिसंबर 137


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.