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दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे पर तीन जगह लगेगी एंटी स्मॉग गन

शहर की खराब होती आवोहवा में सुधार की कवायद तेज कर दी गई है। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई ) द्वारा बनाए जा रहे

By JagranEdited By: Published: Tue, 18 Feb 2020 07:13 PM (IST)Updated: Wed, 19 Feb 2020 06:10 AM (IST)
दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे पर तीन जगह लगेगी एंटी स्मॉग गन
दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे पर तीन जगह लगेगी एंटी स्मॉग गन

मदन पांचाल, गाजियाबाद

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शहर की खराब होती आबोहवा में सुधार की कवायद तेज कर दी गई है। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) द्वारा बनाए जा रहे 82 किलोमीटर लम्बे दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे पर तीन स्थानों पर एंटी स्मॉग गन स्थापित किए जाने की तैयारी तेज कर दी गईं है। एनजीटी के आदेशों के अनुपालन में एंटी स्मॉग गन लगाई जा रहीं है। पहले चरण में ये तीन स्थानों पर लगाई जाएंगी। जगह चिह्नित कर ली गई है। पहली एंटी स्मॉग गन विजयनगर में स्थापित की जाएगी। यहां पर दूसरे चरण का तीस फीसद कार्य बचा हुआ है। दूसरी एंटी स्मॉग गन डासना में लगायी जाएगी। यहां पर दूसरे चरण की सीमा खत्म होती है तो चौथे चरण की शुरू। यूपी गेट से डासना के बीच काम चल रहा है तो ट्रैफिक भी सबसे ज्यादा इसी हिस्से में रहता है। कई बार दो से तीन घंटे तक जाम लग जाता है। तीसरी एंटी स्मॉग गन भोजपुर में स्थापित की जाएगी। दो साल में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा एनएचएआइ पर कई लाख का जुर्माना केवल वायु प्रदूषण फैलाने पर लगाया है। दूसरे चरण का कार्य 6 नवंबर 2017 को किया गया था जो 4 मई 2020 तक पूर्ण किया जाना है। चौथे चरण को भी इसी अवधि में पूरा किया जाना है। दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस वे के चारों चरणों में कुल 11 फ्लाइओवर बनाए जा रहे है। तीन रेलवे ओवर ब्रिज,पांच मुख्य ब्रिज व 19 छोटे ब्रिज बनाए जाने है। नौ फुट ओवरब्रिज व तीन टोल प्लाजा बनाए जाने है। प्रोजेक्ट की अनुमानित लागत 8346 करोड़ है।

ऐसे काम करती है एंटी स्मॉग गन

एंटी स्मॉग गन को पहली बार दिल्ली में आनंद विहार में इस्तेमाल किया गया था। यह एक वाटर टैंक से जुड़ी गन है जो पचास मीटर की ऊंचाई तक पानी की बौछार करती है। यह पानी हवा में छाई धुंध एवं धूल के कणों को खत्म करके नमी पैदा करता है। उड़ने वाली धूल इससे लगभग खत्म हो जाती है।

वायु प्रदूषण में एनसीआर में नंबर वन पर

एयर क्वालिटी इंडेक्स की मंगलवार की रिपोर्ट में गाजियाबाद एनसीआर में पहले नंबर पर है। शहर की वायु गुणवत्ता सूचकांक 259 रही। नोएडा की 232, दिल्ली की 252, गुरुग्राम की 125, फरीदाबाद की 138 दर्ज की गई है। विगत दो साल में करीब पचास बार देश में पहले नंबर पर एक्यूआइ दर्ज हुई है।

बढ़ते वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे पर तीन एंटी स्मॉग गन स्थापित की जाएंगी। इनकी लोकेशन चिह्नित कर ली गईं है। विजयनगर, डासना और भोजपुर में इनकों लगाया जाना है। खरीद की प्रक्रिया अगले सात दिन में पूरी हो जाएगी। 28 फरवरी तक दो एंटी स्मॉग गन लगवा दी जाएंगी।

-आरपी सिंह, परियोजना प्रबंधक एनएचएआई


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