मकान के लिए नहीं होंगे परेशान, बटालियन में रहेंगे पीएसी जवान
आशुतोष गुप्ता गाजियाबाद पीएसी जवानों के आगे अब मकानों की कमी आड़े नहीं आएगी और उन्हें
आशुतोष गुप्ता, गाजियाबाद
पीएसी जवानों के आगे अब मकानों की कमी आड़े नहीं आएगी और उन्हें बटालियन के बाहर आवास लेने की जरूरत नहीं पड़ेगी। जल्द ही पीएसी 41वीं बटालियन वैशाली और पीएसी 47वीं बटालियन गोविदपुरम में जवानों के लिए 400 आवास की व्यवस्था की जाएगी। शासन ने दोनों बटालियनों में जवानों के लिए 200-200 आवासों के लिए मंजूरी दे दी है और इसका निर्माण कार्य पीडब्ल्यूडी (लोक निर्माण विभाग) को सौंपा है। जल्द ही पीडब्ल्यूडी बटालियनों में जवानों के लिए डोरमेट्री आवास का निर्माण कार्य शुरू कर देगी। पीडब्ल्यूडी का लक्ष्य 2022 तक निर्माण कार्य पूरा करने का है। शासन से धन का आवंटन होते के साथ ही आवासों का निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा।
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12 मंजिला भवन में होगी रहने से मनोरंजन की व्यवस्था
पीडब्ल्यूडी द्वारा दोनों बटालियन में 12 मंजिला भवन बनाए जाएंगे। इनमें भूतल पर रसोई, प्रथम तल पर मनोरंजन कक्ष और बाकी 10 मंजिलों पर जवानों के रहने की व्यवस्था होगी। सभी 10 मंजिलों पर दो-दो हॉल बनाए जाएंगे। इनमें जवानों के लिए डोरमेट्री बैरक बनाई जाएंगी।
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शासन ने बजट को दी मंजूरी
पीडब्ल्यूडी ने दोनों भवनों का बजट तैयार कर लिया है और शासन ने इस बजट को मंजूरी भी दे दी है। दोनों बटालियन के लिए शासन से 23.45 करोड़ रुपये की मंजूरी मिली है। 41वीं वाहिनी वैशाली में 11.68 करोड़ रुपये की लागत और 47वीं वाहिनी गोविदपुरम में 11.74 करोड़ रुपये की लागत से भवन तैयार किए जाएंगे। जवानों के लिए आवासों की पड़ रही है कमी
पीएसी 47वीं वाहिनी के कमांडेंट योगेश सिंह व पीएसी 41वीं वाहिनी की कमांडेंट भारती सिंह ने बताया कि पीएसी में जवानों के लिए आवासों की कमी है। इसके चलते काफी संख्या में जवानों को बटालियन परिसर से बाहर रहना पड़ता है। आवास की व्यवस्था होने के बाद जवानों को बटालियन में ही रहने की सुविधा मिलेगी। - पीएसी 41 व 47वीं वाहिनी में 400 पीएसी कर्मियों के लिए आवास बनाए जाएंगे। इसके लिए शासन से बजट को मंजूरी मिल गई है। बजट का आवंटन होने के साथ ही आवास के निर्माण का कार्य शुरू कर दिया जाएगा। सितंबर 2022 तक आवास का निर्माण कार्य पूरा कर लिया जाएगा।
-मनीष वर्मा, अधिशासी अभियंता, पीडब्ल्यूडी