एसटीपी के साफ पानी से हरी-भरी होगी शहर की धरा
पार्क हरित पट्टी और सेंट्रल वर्ज में लगे पौधों में एसटीपी में साफ किया गया पानी डाला जाएगा।
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : भू-जल बचाने के लिए जीडीए सीवर के पानी को साफ करके शहर की धरा को हरा-भरा बनाने में इस्तेमाल करेगा। पार्क, हरित पट्टी और सेंट्रल वर्ज में लगे पौधों में एसटीपी में साफ किया गया पानी डाला जाएगा। इसके लिए पायलट प्रोजेक्ट के रूप में इंदिरापुरम में दो जगह पाइपलाइन बिछाने का काम शुरू करा दिया गया है। राजनगर एक्सटेंशन में मिनी जंगल विकसित करने को रोपे गए पौधों तक एसटीपी का साफ पानी पहुंचाने के लिए पाइपलाइन बिछाने की योजना तैयार कर ली गई है।
अभी पार्क, हरित पट्टी, सेंट्रल वर्ज में घास और पेड़-पौधे हरे-भरे रखने के लिए भू-जल का उपयोग किया जा रहा है। एनजीटी का आदेश है कि इस काम में भू-जल का इस्तेमाल न किया जाए। सीवर के पानी को एसटीपी में साफ कर, उसे पेड़-पौधों में डाला जाए। जीडीए ने इस आदेश का पालन करने के लिए पायलट प्रोजेक्ट के रूप में इंदिरापुरम में दो जगह एसटीपी शोधित पानी पहुंचाने के लिए पाइपलाइन बिछाने की योजना बनाई थी। जिसके तहत इंदिरापुरम एसटीपी से कैलास मानसरोवर भवन के सामने सेंटर वर्ज तक 800 मीटर और स्वर्णजयंती पार्क तक एक किलोमीटर लंबी पाइपलाइन बिछाने का काम चल रहा है। यह कार्य पूर्ण होने के करीब है। इससे उत्साहित होकर जीडीए ने राजनगर एक्सटेंशन में भी एसटीपी से मिनी जंगल तक पाइपलाइन बिछाने का खाका तैयार किया है। यह पाइपलाइन करीब 350 मीटर लंबी होगी। इससे पास की एक नर्सरी को भी कनेक्शन दिया जाएगा।
यहां भी पाइपलाइन बिछाने पर विचार
सब कुछ ठीक रहा तो गोविदपुरम, मधुबन-बापूधाम, कोयल एंक्लेव और इंद्रप्रस्थ योजना में भी एसटीपी के साफ पानी का छिड़काव पार्क, सेंट्रल वर्ज और हरित पट्टियों में करने के लिए इस तरह की पाइपलाइन बिछाई जाएगी। जीडीए अधिकारियों ने बताया कि इंदिरापुरम में केवल दो जगह पाइपलाइन बिछ रही है। वहां भी हर पार्क, सेंट्रल वर्ज और हरित पट्टी तक पाइपलाइन का नेटवर्क जोड़ा जाएगा। एसटीपी के साफ पानी को शहर को हरा-भरा बनाने के लिए इस्तेमाल किया जाएगा। इंदिरापुरम में इस दिशा में काम चल रहा है। राजनगर एक्सटेंशन में मिनी जंगल को इसी पानी से हरा-भरा करने की योजना तैयार कर ली गई है। जल्द इसका टेंडर निकाला जाएगा।
- संतोष कुमार राय, सचिव, जीडीए