गणपति विसर्जन की रही धूम
रविवार को गणपति महोत्सव का समापन हो गया। शहर में बड़े ही धूमधाम से गणपति का विसर्जन किया गया। 10 दिनों से भगवान गणेश की अराधना में शहर डूबा हुआ था। शहर में जगह-जगह गणपति पूजा पंडालों की स्थापना की गई थी। जहां भक्त रोज सुबह-शाम आरती व पूजा कर रहे थे। वैसे तो विसर्जन तीसरे दिन से ही शुरू हो जाते हैं लेकिन रविवार को आखिरी दिन था। पूरे 10 दिन तक गणपति बप्पा की पूजा के बाद भक्तों ने उन्हें विदाई दी। इस दौरान शहर की सड़कों पर मुम्बई का नजारा देखने को मिला।
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : रविवार को गणपति महोत्सव का समापन हो गया। शहर में बड़े ही धूमधाम से गणपति का विसर्जन किया गया। 10 दिनों से भगवान गणेश की अराधना में शहर डूबा हुआ था। शहर में जगह-जगह गणपति पूजा पंडालों की स्थापना की गई थी। जहां भक्त रोज सुबह-शाम आरती व पूजा कर रहे थे। वैसे तो विसर्जन तीसरे दिन से ही शुरू हो जाते हैं लेकिन रविवार को आखिरी दिन था। पूरे 10 दिन तक गणपति बप्पा की पूजा के बाद भक्तों ने उन्हें विदाई दी। इस दौरान शहर की सड़कों पर मुम्बई का नजारा देखने को मिला।
इस दौरान श्रद्धालुओं ने बढ़-चढ़ कर विसर्जन के कार्यक्रम में भाग लिया। विभिन्न देवताओं का रूप धरकर भक्त सभी का मन मोह ले रहे थे। खासकर बच्चों को विभिन्न देवताओं के रूपों में सजाया गया था। सुबह से ही विसर्जन का सिलसिला शुरू हो गया था। जिस दिशा से भी गणेश की प्रतिमा के साथ भक्तों की टोली गुजरी लोग बस देखते ही रह गए। ढोल-नगाड़ों की गूंज और भक्ति संगीत की धुनों पर थिरकते हुए भक्तों की टोली जहां से भी गुजरी वहां स्थानीय लोग एकत्रित हो गए। इस दौरान श्री गणेश देवा.., देवा हो देवा गणपति देवा..., जैसे गीत लाउडस्पीकरों पर बज रहे थे। वहीं तमाम यात्राओं में झांकियां भी थीं, जिसमें देवताओं कृष्ण, राम, शिव, गणेश, हनुमान, दुर्गा आदि का रूप रखे बच्चे काफी आकर्षित कर रहे थे। गणपति को लगाया 1100 लड्डुओं का भोग
बुलंद हाइट्स में गणपति को भक्तों ने 1100 लड्डुओं का भोग लगाकर महोत्सव का समापन किया गया। यहां भी 10 दिनों से गणपति उत्सव मनाया जा रहा था। रविवार को विसर्जन के दिन विशाल भंडारे का भी आयोजन किया। यहां सजल कुलश्रेष्ठ, प्रीति कुलश्रेष्ठ समेत तमाम लोग मौजूद रहे।