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मेंटेनेंस कंपनी की लापरवाही से चपेट में आए बच्चे

जागरण संवाददाता गाजियाबाद मेंटेनेंस कंपनी सीएसके एवं बिल्डर की लापरवाही से एनएच-9 स्थित म

By JagranEdited By: Published: Sat, 20 Mar 2021 09:43 PM (IST)Updated: Sat, 20 Mar 2021 09:43 PM (IST)
मेंटेनेंस कंपनी की लापरवाही से चपेट में आए बच्चे
मेंटेनेंस कंपनी की लापरवाही से चपेट में आए बच्चे

जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : मेंटेनेंस कंपनी सीएसके एवं बिल्डर की लापरवाही से एनएच-9 स्थित महागुनपुरम सोसायटी में रह रहे करीब दस हजार लोगों की जान खतरे में हैं। एसटीपी के जरिये पानी की टंकी में दूषित पानी पहुंच रहा है और इसी पानी को लोग पीकर बीमार हो रहे हैं। बीस दिन पहले सोसायटी के नागरिकों ने दूषित पानी की आपूर्ति की शिकायत बिल्डर एवं मेंटेनेंस कंपनी से की थी लेकिन उसे गंभीरता से नहीं लिया गया। महागुनपुरम सोसायटी के ग्यारह टावरों के 1750 फ्लैट में करीब दस हजार लोग रहते हैं। इन टावरों में भागीरथी, रिद्धि, सिद्धि, विद्धि, गंगा, सरस्वती, कावेरी, गोदावरी, नर्मदा, विनायक और गायत्री शामिल हैं। चार टावरों भागीरथी, रिद्धि, विनायक व सरस्वती में सबसे अधिक बच्चे एवं बुजुर्ग बीमार हुए हैं। शुक्रवार देर रात को सोसायटी के करीब छह- सात बच्चों को पेट दर्द, उलटी और दस्त शुरू हुए।

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लोग बोले

बेटी भूमि के पेट में रात को तेज दर्द हुआ। घर पर दवा देकर सुला दिया। सुबह को फिर पेट दर्द हुआ को लगा कुछ गड़बड़ है। तभी पता चला कि सोसायटी में दूषित पानी पीने से अन्य बच्चों के पेट में दर्द हो रहा है। चिकित्सकों को दिखाकर दवा ले ली है। फिलहाल बेटी ठीक है।

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- रवीता, विनायक टावर

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दो जुड़वा बेटे अर्पित और अंकित को उलटी -दस्त हो रहे हैं। चिकित्सकों द्वारा जांच के बाद दवा दी गई है। दूषित पानी पीने से बचाव कर रही हूं। बाहर से पानी खरीदकर मंगवा लिया है।

-भावना, विनायक टावर -----

अधिकारी बोले

मौके पर जाकर प्रकरण की जानकारी करने पर पता चला कि कुछ दिन पहले पानी की टंकी की सफाई कराई गई है। पानी में क्लोरीन का मात्रा कम होने की आशंका है। इसी के चलते बच्चे बीमार हुए हैं। फिलहाल सभी ठीक हैं। सोसायटी के लोगों का बिल्डर से सुविधाओं को लेकर विवाद चल रहा है। जीडीए तहसीलदार दुर्गेश सिंह को इसका जल्द निस्तारण कराने को कहा गया है।

- विपिन कुमार, सिटी मजिस्ट्रेट

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एसटीपी से पानी की टंकी में पाइपों का वाल ढीला होने की वजह से दूषित पानी टंकी में चला गया। यह सीमा लैब की लापरवाही से हुआ है। संज्ञान में आते ही टंकी से दूषित पानी की सफाई करवाते हुए स्वच्छ पानी भरवा दिया गया है। फिर भी पानी की जांच कराई जा रही है।

- आशु अग्रवाल, सीएसके मेंटीनेंस कंपनी

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सोसायटी में 11 टावर हैं। इनमें 1750 फ्लैट हैं। अनुमानित दस हजार लोग रहते हैं। बिल्डर एवं मेंटीनेंस देख रही कंपनी सीएसके के द्वारा पानी आपूर्ति और सीवेज सिस्टम को दुरस्त नहीं किया गया है। दूषित पानी की आपूर्ति होने से बच्चे ,महिला,युवा और बुजुर्ग लगातार बीमार हो रहे हैं। कई बार इसकी शिकायत की गई है लेकिन कार्रवाई नहीं हो रही है। मंडलायुक्त को शिकायत करने पर पहली बार प्रशासन के अफसरों ने सोसायटी का दौरा किया है।

-नवीन तोमर, अध्यक्ष अपार्टमेंट आनर्स एसोसिएशन महागुनपुरम सोसायटी


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