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साहब डकैती डालने वाले असली बदमाशों को पकड़ लो

हसीन शाह गाजियाबाद चिरंजीव विहार में हुई साढ़े 12 लाख की डकैती के पर्दाफाश को पीि

By JagranEdited By: Published: Mon, 03 Aug 2020 08:09 PM (IST)Updated: Mon, 03 Aug 2020 08:09 PM (IST)
साहब डकैती डालने वाले असली बदमाशों को पकड़ लो

हसीन शाह, गाजियाबाद :

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चिरंजीव विहार में हुई साढ़े 12 लाख की डकैती के पर्दाफाश को पीड़ित परिवार ने फर्जी करार दिया तो पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। पीड़ित भोपाल शर्मा पुलिस के सामने हाथ जोड़कर असली बदमाशों को पकड़ने की गुहार लगाते रहे। पुलिस द्वारा परिवार को बरामदगी की न तो रकम दिखाई गई और न ही ज्वेलरी दिखाई। पुलिस ने डकैती के पर्दाफाश करने को सही साबित करने के लिए कविनगर थाने में दफ्तर में परिवार वालों के सामने कई सबूत पेश किए। एक घंटे तक सही-गलत पर मंथन होता रहा। पुलिस ने परिवार के सदस्यों का बदमाशों से आमना-सामना भी कराया। परिवार के सदस्यों ने बदमाशों से क्रॉस प्रश्न पूछे तो महज एक बदमाश ही सही जवाब दे पाया। मगर इसके बाद भी परिवार वाले पूरी तरह संतुष्ट नहीं हुए।

एसएसपी कलानिधि नैथानी ने प्रेस वार्ता में बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि चिरंजीव विहार में डकैती डालने वाले आरोपित लालकुआं के पास किसी दूसरी घटना को अंजाम देने वाले हैं। इस सूचना पर कविनगर व क्राइम ब्रांच की टीम ने लालकुआं के पास एनएच नौ के किनारे दो बदमाशों और उनके साथ तीन महिला आरोपितों का पीछा किया। सभी लोग ऑटो में थे जो, पुलिस को देखकर भागने की कोशिश करने लगे। इन सभी का पीछाकर पुलिस ने इन्हें पकड़ लिया। इनमें से दो लोग स्कूटी से फरार हो गए, जिन्हें पुलिस ने श्यामा प्रसाद मुखर्जी पार्क के पास पुलिस ने मुठभेड़ के बाद पकड़ लिया। मुठभेड़ में पूछताछ में पता चला कि इन आरोपितों ने 28 जुलाई को चिरंजीव विहार में भोपाल शर्मा के घर डकैती की वारदात को अंजाम दिया था।

एसएसपी कलानिधि नैथानी ने बताया कि पकड़े गए बदमाशों में रोहिणी दिल्ली निवासी आलम, ढाका बांग्लादेश निवासी रज्जाक व रुबेल, रोहिणी दिल्ली निवासी सोनिया, मंडावली दिल्ली निवासी नजमा व मुक्ता शामिल हैं। इन बदमाशों से पूछताछ कर एक बदमाश को पुलिस रईस को गिरफ्तार किया। पूछताछ में आरोपितों से पता चला है कि अब्दुल सलाम 12 मई को जेल से 21 दिन की पैरोल पर बाहर आया था और कोरोना के चलते उसकी पैरोल दो माह बढ़ा दी गई थी। इसके बाद वारदात को अंजाम दिया। बदमाशों ने अपनी फर्जी दस्तावेज भी बनवा रखे हैं। एलआइयू के सहयोग से इसकी भी जांच की जा रही है। बदमाशों ने छह माह पहले वारदात की साजिश बनाई थी। घटना में शामिल बदमाश रफीक, अनवर, अफताब, शमशेर, प्रिस व खलील अभी फरार हैं। पुलिस का दावा है कि बदमाशों से 70 फीसद माल की बरामदगी हो गई है। एसपी सिटी डॉ. मनीष मिश्र ने बताया पुलिस ने डकैती डालने वाले बदमाश ही गिरफ्तार किया है। फरार बदमाशों की तलाश की जा रही है।

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आलम ने बताया पूरा घटनाक्रम

परिवार को संतुष्ट करने के लिए बदमाशों से परिवार वालों का आमना-सामना कराया गया। कद काठी के मुताबिक परिवार ने बदमाशों को पहचानने से इन्कार कर दिया। पीड़ित भोपाल शर्मा ने पुलिस के सामने हाथ जोड़कर असली बदमाशों को पकड़ने की गुहार लगाते रहे। मगर पुलिस अपने कार्रवाई को सही ठहराती रही। इस दौरान मुठभेड़ में घायल बदमाश आलम ने डकैती की दौरान अपनी एक-एक हरकत के बारे में बताया। इससे परिवार को थोड़ी संतुष्टि मिली। मगर परिवार पूरी तरह संतुष्ट नहीं हुआ।

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प्रिया करेगी, सही गलत का फैसला

बदमाशों ने भोपाल शर्मा की बेटी प्रिया शर्मा के कान हाथ से गहने उतार लिए थे। प्रिया ही देखकर बता सकती है कि गहने उसके हैं या पुलिस ने फर्जीवाड़ा किया है। अभी प्रिया अपनी ससुराल हापुड़ में है। पुलिस ने परिवार के अन्य सदस्य को गहने नहीं दिखाए हैं।


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