डकैती: परिवार ने बताए पांच, पुलिस ने तहरीर में लिखवाए चार बदमाश
पड़ोसी एमके मिश्रा ने बताया कि वह चाय के लिए सुरेश के घर में गए लेकिन पुलिस ने नहीं घुसने दिया। कहा कि चाय खुद बना लेंगे।
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : वारदात रोकने में नाकाम गाजियाबाद पुलिस घटना में लीपापोती करने में जुट जाती है। चाहे विक्रम त्यागी के अपहरण का मामला हो या बुधवार को अवंतिका में पड़ी डकैती का। डकैती मामले में सुरेश मित्तल और उनके परिवार ने साफ तौर पर पांच बदमाशों के घर में घुसने की बात कही, लेकिन आरोप है कि थाना पुलिस ने खुद बोल-बोलकर तहरीर में चार लोग ही लिखवाए। इसका कारण यही है कि एक से चार बदमाश तक लूट और पांच या इससे अधिक बदमाश होते हैं तो डकैती की धारा लगती है।
पड़ोसियों को चाय भी नहीं पिलाने दी
इस घटना के बाद सुरेश का परिवार ही नहीं पड़ोसी भी दहशत में आ गए हैं। पड़ोसी एमके मिश्रा ने बताया कि वह चाय के लिए सुरेश के घर में गए, लेकिन पुलिस ने नहीं घुसने दिया। कहा कि चाय खुद बना लेंगे। भाई को फोन लगा के पूछ, कहां रखे हैं पांच लाख
बदमाशों ने पूरी तरह रेकी कर रखी थी, इसीलिए आते ही पांच लाख रुपये के बारे में पूछा, लेकिन लॉकर में रुपये नहीं मिले तो राशि से कहा कि भाई को फोन कर पूछ, कहां रखे हैं पांच लाख रुपये। हालांकि सुरेश के घर में पांच लाख रुपये नहीं मिले। बदमाशों के इस तरह से पूछने को लेकर पुलिस भी हैरान है।
खराब लाइटों ने की बदमाशों की मदद
पड़ोसी अमित गर्ग ने बताया कि कॉलोनी की 90 फीसद स्ट्रीट लाइट खराब हैं। कई बार पत्र लिखे जा चुके हैं, लेकिन नगर निगम ने संज्ञान नहीं लिया। इतना ही नहीं पार्क की दीवार भी टूटी है। इससे ही गुजरकर बदमाश आए थे।