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शाहीन बाग नहीं बनने दिया जाएगा किसानों का आंदोलन

धनंजय वर्मा साहिबाबाद केंद्रीय कृषि कानूनों के विरोध में यूपी गेट पर चल रहे किसानों के अ

By JagranEdited By: Published: Fri, 04 Dec 2020 07:38 PM (IST)Updated: Fri, 04 Dec 2020 07:38 PM (IST)
शाहीन बाग नहीं बनने दिया जाएगा किसानों का आंदोलन

धनंजय वर्मा, साहिबाबाद: केंद्रीय कृषि कानूनों के विरोध में यूपी गेट पर चल रहे किसानों के आंदोलन को शाहीन बाग नहीं बनने दिया जाएगा। शुक्रवार सुबह भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे पर बैठे किसानों के बीच पहुंचे। उन्होंने शाहीन बाग में बोले गए स्लोगन का प्रयोग करने पर आपत्ति जताई। साथ ही किसानों को गलत बयानबाजी और स्लोगन बोलने वालों को चिह्नित करने के लिए कहा।

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यूपी गेट पर सैकड़ों किसान सात दिनों से आंदोलन कर रहे हैं। बृहस्पतिवार को उत्तराखंड से पहुंचे किसानों ने दिल्ली मेरठ एक्सप्रेस-वे जाम कर दिया। राकेश टिकैत ने बृहस्पतिवार को किसानों को समझाकर एक्सप्रेस-वे से हटाने का प्रयास किया था। लेकिन किसानों ने उनकी नहीं सुनी। इसके बाद से किसान मेरठ से दिल्ली की ओर जाने वाली पर लगातार बैठे हुए हैैं। बृहस्पतिवार रात रोड पर किसान तंबू लगाकर सोए और सुबह उठते ही गर्मजोशी से जय जवान जय किसान का नारा लगाने लगे। सुबह करीब नौ बजे कुछ किसानों ने एक्सप्रेस-वे पर दिल्ली से मेरठ की ओर जाने वाली लेन पर जाम लगा दिया। इसकी सूचना मिलते ही राकेश टिकैत फ्लाईओवर पर पहुंचे और किसानों के बीच बैठकर बातचीत की।

किसानों के वेशभूषा में उपद्रवी: राकेश टिकैत ने किसानों से कहा कि आंदोलन में शामिल हुए कुछ लोग शाहीन बाग में बोले गए स्लोगन का प्रयोग कर रहे हैं, जो कि उचित नहीं है। हम लोग सतर्क नहीं रहे तो उपद्रवी आंदोलन को शाहीन बाग जैसा बना देंगे। उन्होंने दो टूक किसानों से कहा कि गलत स्लोगन बोलने और गलत बयानबाजी करने वालों पर नजर रखिए। उपद्रवी आंदोलन में शामिल होकर तलवार निकालने और हिंसा करने के लिए किसानों को प्रेरित कर सकते हैं। हमें ऐसे लोगों से सावधान रहकर उन्हें चिह्नित करना है। इसके बाद उन पर कार्रवाई की जाएगी। यह देश महात्मा गांधी का है, जहां हिसा से ज्यादा लोग अहिंसा पर विश्वास करते हैं। हम भी अहिसा के रास्ते पर चलकर सरकार से अपनी मांगे मनवाएंगे। कृषि कानूनों पर सरकार से शांतिपूर्ण तरीके से बात कर रास्ता निकालना चाहते हैं। किसानों के आंदोलन में सबका स्वागत है, लेकिन हिंसा करने वालों के लिए यहां के रास्ते बंद हैं।

- गुरुवचन सिंह, निवासी हापुड़ आंदोलन शांतिपूर्ण तरीके से किया जा रहा है। सभी किसानों से अपील की जा रही है कि उपद्रवियों या शाहीन बाग में बोले गए स्लोगन का प्रयोग करने वालों का कतई सहयोग न करें। गलत नारेबाजी करने वालों पर नजर रखी जा रही है।

- गुरमीत सिंह, निवासी अमरोहा


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