गंभीर मरीजों को अस्पतालों में भर्ती कर उनकी जान बचा रहे कैलास
रोज पांच गंभीर मरीजों को गाजियाबाद से रेफर करने के बाद दूसरे बड़े अस्पतालों में भर्ती कराने के बाद ही वहां से लौटते हैं।
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : स्वास्थ्य विभाग के एंबुलेंस चालक कैलास यादव कोरोना महामारी के इस दौर में आम मरीजों के साथ ही गंभीर कोविड मरीजों की भी जान बचा रहे हैं। कभी दिल्ली तो कभी मेरठ के अस्पतालों में मरीजों को भर्ती करा रहे हैं। रोज पांच गंभीर मरीजों को गाजियाबाद से रेफर करने के बाद दूसरे बड़े अस्पतालों में भर्ती कराने के बाद ही वहां से लौटते हैं।
कैलास बताते हैं कि सुबह, दोपहर, शाम ही नहीं रात के बारह और एक बजे भी यदि कॉल आती है तो वह देर नहीं लगाते हैं। कोविड मरीजों को ईएसआइ, एसआरएम, संयुक्त अस्पताल के अलावा कोविड एल-3 में भर्ती कराना ड्यूटी का हिस्सा है। अनेक मरीजों को एंबुलेंस में खुद ही बैठाते हैं। जिला एमएमजी अस्पताल और महिला अस्पताल से अधिकांश गंभीर मरीजों को समय पर दिल्ली के अस्पतालों में भर्ती कराने के साथ ही उनका उपचार तक शुरू करवाते हैं। बेटी आराध्य और बेटा आदित्य से दो महीने से नहीं मिले हैं। सावधानी बरतते हुए मरीजों की सेवा में जुटे कैलास को ट्रैफिक जाम में एंबुलेंस को निकालने की महारत हासिल है। वह बताते हैं कि कई बुजुर्गों को गंभीर हालत में अस्पतालों में भर्ती कराया गया तो वह बच गए।