पीपीई किट बनाने वाली कंपनियों पर शिकंजा
घटिया क्वालिटी की पीपीई किट बनाने वाली कंपनियों पर अब स्वास्थ्य विभाग के अलावा कई अन्य विभागों ने शिकंजा कस दिया है। सीएमओ ने एक अफसर को केवल जांच करने और कार्रवाई के लिए नामित कर दिया है। इतना ही नहीं शासन के निर्देश पर जिला स्तरीय एक संयुक्त समिति के गठन की कवायद तेज कर दी गई है। सीएमओ से इस पर अलग से एक रिपोर्ट मांगी गई है। पता चला है कि स्वास्थ्य विभाग जिले में ऐसी कंपनियों का ब्यौरा तैयार करा रहा है जो मानकों को ताक पर रखकर पीपीई किट बनाने के साथ ही सरकारी और निजी अस्पतालों में आ
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : घटिया क्वालिटी की पीपीई किट बनाने वाली कंपनियों पर अब स्वास्थ्य विभाग के अलावा कई अन्य विभागों ने शिकंजा कस दिया है। सीएमओ ने एक अफसर को जांच करने और कार्रवाई के लिए नामित कर दिया है। शासन के निर्देश पर जिला स्तरीय एक संयुक्त समिति के गठन की कवायद तेज कर दी गई है। सीएमओ से इस पर अलग से एक रिपोर्ट मांगी गई है।
स्वास्थ्य विभाग जिले में ऐसी कंपनियों का ब्योरा तैयार करा रहा है जो मानकों को ताक पर रखकर पीपीई किट बनाने के साथ ही सरकारी और निजी अस्पतालों में आपूर्ति कर रही हैं। कंपनियों में काम करने वाले कर्मचारियों और आने वाले कच्चे माल की तहकीकात कराई जा रही है। स्वास्थ्य विभाग कंपनियों के प्रमाण-पत्रों, अनुमति पत्र और पंजीकरण से संबंधित दस्तावेजों को खंगालने में जुट गया है। घटिया क्वालिटी की पर्सनल प्रोटेक्शन इक्विपमेंट (पीपीई) किट की आपूर्ति और उसके डिस्पोजल को लेकर अनेक कंपनियां आदेशों का अनुपालन नहीं कर रही हैं। मुनाफे के चक्कर में ये कंपनियां कोरोना योद्धाओं की जान को खतरे में डाल रहीं हैं।
कहीं से कपड़ा तो कहीं से लाए जा रहे हैं चश्मे
पीपीई किट के निर्माण में उपयोग होने वाला कपड़ा कहीं से तो चश्मे कहीं और से मंगवाएं जा रहे हैं। कम कीमत के चक्कर में घटिया मास्क, चश्मे, ग्लव्स, डिस्पोजबल बैग जैसे सामान की खरीद की जा रही है। लोनी, डासना, मुरादनगर और शहीदनगर की अवैध फैक्ट्रियों में यह सामान बन रहा है। 13 सैंपल लिये, डस्टबिन में मिली थी छह पीपीई किट
एक निजी लैब में पीपीई किट का उपयोग मानकों के अनुसार न होने पर कार्रवाई हो चुकी है। सैंपल पर अस्थाई रोक लगी हुई है। जांच में पाया गया था कि सैंपल 13 लोगों के लिए गए और डस्टबिन में केवल छह पीपीई किट मिलीं। इनकी क्वालिटी भी अच्छी नहीं थी। जांच टीम पीपीई किट बनाने एवं स्टाफ को आपूर्ति करने वालों पर कार्रवाई की तैयारी में है।
पीपीई किट बनाने वाली कंपनियों की कुंडली खंगालने एवं आदेशों को ताक पर रखकर उपयोग एवं निस्तारण करने की जांच को लेकर उप जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ. मिथलेश कुमार सिंह को नामित किया गया है। बारीकी से जांच के बाद रिपोर्ट बनाकर प्रशासन और शासन को कार्रवाई के लिए भेजा जाएगा। सरकारी और निजी अस्पतालों में उपयोग की जा रही पीपीई किट की क्वालिटी की जांच भी की जाएगी।
- डॉ. एन के गुप्ता, सीएमओ