अधर्म पर धर्म की विजय, भगवान श्री राम ने किया रावण का वध
संवाद सहयोगी साहिबाबाद असत्य पर सत्य की जीत का पर्व दशहरा रविवार को शहर में हर्षोल्लास
संवाद सहयोगी, साहिबाबाद : असत्य पर सत्य की जीत का पर्व दशहरा रविवार को शहर में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। क्षेत्र की कई सोसायटी में बच्चों ने रावण का दहन किया गया। वहीं लोनी गाजियाबाद मार्ग स्थित इंद्रप्रस्थ कालोनी के पास खाली मैदान में रामलीला के बाद रावण का दहन किया।
कोरोना महामारी के दौरान प्रशासन से दशहरा पर्व पर मेला आयोजन की अनुमति न मिलने पर शहर में सार्वजनिक कार्यक्रमों का आयोजन नहीं हुआ। कई स्थानों पर रामलीला आयोजकों ने भगवान राम का पूजन कर ही नवरात्र में उन्हें याद किया। वहीं लोनी गाजियाबाद मार्ग स्थित इंद्रप्रस्थ रामलीला में भगवान राम ने रावण का वध कर रावण, मेघनाद और कुभंकरण के पुतलों का दहन किया। हालांकि इस दौरान लोगों ने मास्क तो लगाया लेकिन शारीरिक नियमों की अनदेखी हुई। रामलीला में भगवान श्रीराम और रावण का किरदार निभा रहे कलाकारों ने लोगों से पालीथिन का उपयोग नहीं करने की अपील की।
सोसायटियों में हुआ दहन: वहीं, दूसरी ओर सेक्टर-15 स्थित शिखर एंक्लेव सोसायटी के सेंट्रल पार्क में बच्चों ने 18 फीट ऊंचे रावण का दहन किया। बच्चों ने रावण के दस सिर पर मास्क लगाए हुए थे। बच्चों ने लोगों को शारीरिक दूरी पालन करने के लिए भी जागरूक किया। वहीं रावण पुतले के निर्माण के दौरान पटाखों का उपयोग नहीं करने से प्रदूषण भी नहीं हुआ। दूसरी ओर वसुंधरा सेक्टर दो स्थित शेमराक अंकुर स्कूल में आनलाइन दशहरा पूजा का आयोजन किया गया। जिसमें बच्चों ने पेंटिग, डांस, और गाने गाए। इसके बाद मां दुर्गा का हवन पूजन किया गया। वहीं लोनी रामलीला कमेटी के पदाधिकारियों ने भगवान राम का पूजन कर विजयादशमी मनाई। कमेटी के अध्यक्ष रतन सिंह भाटी ने बताया कि दशहरा पर्व बुराई पर अच्छाई की जीत, अधर्म पर धर्म की विजय और अंहकार का वध के लिए मनाया जाता है। भगवान श्री राम ने लंका के राजा रावण का वध किया था और मां दुर्गा ने महिषासुर का संहार किया था। वहीं सुरक्षा के चलते शहर में चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल तैनात रहा।