जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : गाजियाबाद के रास्ते दिल्ली से मेरठ तक रैपिड रेल का निर्माण कार्य अगले साल मार्च में शुरू होगा। इसके स्टेशनों के आसपास डेढ़ किलोमीटर की परिधि में ट्रांजिट ओरिएंटेड डेवलपमेंट (टीओडी) किया जाएगा। गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (जीडीए) में शुक्रवार को वीसी कंचन वर्मा के साथ रैपिड रेल के सिलसिले में हुई बैठक में एनसीआर ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन और मेरठ विकास प्राधिकरण के अधिकारियों ने इस प्रस्ताव पर विचार किया। पांच ¨बदुओं पर चर्चा में स्टेशन के आसपास स्पेशल जोन विकसित करने के प्रस्ताव पर भी मंथन हुआ। सहमति बनी है कि इसे अमल में लाया जाएगा।
ज्यादा आय के लिए रखे प्रस्ताव
ज्यादा आय के लिए टीओडी का विचार आया। टीओडी का मतलब है, निर्धारित क्षेत्र में मल्टीस्टोरी रिहायशी इमारतें बनेंगी। कॉमर्शियल कॉम्पलेक्स, मनोरंजन के साधन और शिक्षण संस्थान होंगे, ताकि रैपिड रेल से उतर कर चंद कदम की दूरी तय कर लोग इन जगहों तक पहुंच सकें। यहां रहने कदमताल करके इस रेल सेवा का लाभ उठा सकें।
2054 तक निकल पाएगी लागत
इसे बनाने में 32,500 करोड़ रुपये खर्च होंगे। जिसमें यूपी का हिस्सा 4300 करोड़ रुपये है। इसकी लागत कब तक निकल पाएगी? इसे लेकर काफी देर मंथन हुआ। देश की अच्छी और बुरी दोनों तरह की आर्थिक स्थितियों के विश्लेषण के बाद निष्कर्ष निकला कि लागत 2054 तक ही निकल पाएगी। उससे पहले इसे लागत की भरपाई संभव नहीं।
चाहते हैं बढ़े फ्लोर एरिया
एनसीआर ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन की चाहत है कि रैपिड रेल परियोजना के आसपास के फ्लोर एरिया रेशियो (एफएआर) बढ़ाया जाए। जिससे बसावट ज्यादा दिखेगी। स्टांप ड्यूटी से भी कमाई बढ़ेगी। फिलहाल रैपिड रेल जहां से गुजरेगी, वहां के आसपास के क्षेत्रों में एफएआर 2 और 2.5 के बीच है। कॉरपोरेशन इसे पांच तक बढ़वाना चाहती है। जीडीए वीसी ने बात रखी कि इसे बढ़ाना संभव नहीं हो पाएगा।
मेट्रो स्टेशन से करेंगे कनेक्ट
रैपिड रेल को आसपास के मेट्रो स्टेशन से कनेक्ट किया जाएगा। जिससे लोग पब्लिक ट्रांसपोर्ट का ज्यादा से ज्यादा लाभ उठा सकें। इसके लिए वॉक-वे और अंडर-वे बनाए जाने का प्रस्ताव है।
गाजियाबाद में बनेंगे सात स्टेशन
रैपिड रेल का पहला फेज दिल्ली से मेरठ के बीच का है। दिल्ली में सराय काले खां से इसकी शुरुआत होगी। आनंद विहार दूसरा स्टेशन होगा।कुल 17 स्टेशन बनेंगे। इनमें से 11 एलिवेटेड, छह अंडर ग्राउंड होंगे। गाजियाबाद में साहिबाबाद, मोहन नगर, गाजियाबाद (जीटी रोड), गुलधर, दुहाई, मुरादनगर और मोदीनगर में स्टेशन बनेंगे। मेरठ में मेरठ दक्षिण, शताब्दीनगर, एचआरएस चौक, बेगमपुल, मेरठ नॉर्थ, मोदीपुरम, नौचंदी और शास्त्री नगर तक रैपिड रेल जाएगी।
रैपिड रेल परियोजना पर एक नजर
- 87.7 किलोमीटर का होगा रूट
- रेल की अधिकतम स्पीड 160 किलोमीटर प्रति घंटा तक होगा, न्यूनतम 100 किलोमीटर प्रति घंटा
- 2022 तक पहला चरण हो पाएगा पूरा
- दिल्ली-मेरठ के अलावा अन्य रूटों पर आगामी चरणों में होगा काम
- यह दिल्ली के सराय काले खां से मेरठ के मोदीपुरम तक कनेक्ट होगा
- मेरठ में एचआरएस चौक पर रैपिड रेल का जंक्शन होगा
- जंक्शन से शास्त्रीनगर और नौचंदी तक रैपिड रेल जाएगी