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दुहाई में ही बनेगा रैपिड रेल का डिपो

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By JagranEdited By: Published: Sat, 15 Aug 2020 07:18 PM (IST)Updated: Sat, 15 Aug 2020 07:18 PM (IST)
दुहाई में ही बनेगा रैपिड रेल का डिपो

जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : दिल्ली-मेरठ रीजनल रैपिड रेल का डिपो दुहाई में ही बनेगा। शासन ने संशय खत्म करते हुए नेशनल कैपिटल रीजन ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन (एनसीआरटीसी) को स्पष्ट कर दिया कि मधुबन-बापूधाम आवासीय योजना में डिपो के लिए जमीन नहीं दिलाई जा सकती। साथ ही जिला प्रशासन को निर्देश दिया है कि डिपो बनाने के लिए ग्राम दुहाई, भिक्कनपुर और बसंतपुर सैंथली की जमीन जल्द दिलाने में एनसीआरटीसी का सहयोग किया जाए।

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दिल्ली-मेरठ रैपिड रेल कॉरिडोर के पहले चरण का निर्माण कार्य 17 किलोमीटर हिस्से में साहिबाबाद से दुहाई के बीच तेजी से चल रहा है। इस हिस्से में वर्ष 2023 में रैपिड रेल दौड़ाने का लक्ष्य है। हाल में दुहाई से शताब्दीनगर (मेरठ) तक भी कार्य शुरू हो गया है। इस निर्माण के साथ डिपो बनाना भी जरूरी है। मूल डीपीआर में इस कॉरिडोर पर दो डिपो बनाने का निर्णय हुआ था। इसमें से एक गाजियाबाद के दुहाई गांव और दूसरा मेरठ के शताब्दीपुरम में प्रस्तावित किया गया था। दुहाई में डिपो बनाने के लिए पिछले वर्ष छह लाख 37 हजार 608 वर्ग मीटर जमीन अधिसूचित भी कर दी गई थी, लेकिन काफी किसानों ने जमीन की दर पर असहमति जता दी थी। साथ ही परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने समेत कई मांगें रखी थीं। बात न बनने पर एनसीआरटीसी ने जीडीए का दरवाजा खटखटाया और मधुबन-बापूधाम योजना में 30 हजार हेक्टेयर भूमि मांगी थी। इसके लिए जीडीए ने इन्कार कर दिया था। इस पर एनसीआरटीसी ने शासन का रुख किया था। शासन ने कमिश्नर की अध्यक्षता वाली समिति को मामला रेफर कर दिया था। जीडीए किसी भी स्तर पर जमीन देने को तैयार नहीं हुआ। कारण बताया गया कि योजना में इतनी जमीन नहीं है। अब शासन ने एनसीआरटीसी को स्पष्ट कर दिया कि जीडीए से जमीन नहीं दिलवाई जाएगी।

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छोटा हो सकता है डिपो

दुहाई में डिपो बनाने के लिए मांग के अनुसार जमीन नहीं मिल रही है। एनसीआरटी के सूत्रों की मानें तो डिपो के लेकर वैकल्पिक प्लान बनाया जा रहा है। जिसमें कम जगह में डिपो बनाने का खाका खींचा जा रहा है। इसके चलते डिपो में सरफेस स्टेशन बनाने की योजना को भी टाला जा सकता है।

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किस गांव में कितनी जमीन चाहिए दुहाई : 3810 वर्ग मीटर

भिक्कनपुर : 3,78,798 वर्ग मीटर

बसंतपुर सैंथली : 2.55 लाख वर्ग मीटर

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रैपिड रेल का डिपो बनाने के लिए मधुबन-बापूधाम में जमीन नहीं दी जाएगी। अब शासन ने एनसीआरटीसी को इस बारे में स्पष्ट कर दिया है। उन्हें दुहाई में ही जमीन खरीदनी होगी।

- कंचन वर्मा, वीसी, जीडीए रैपिड रेल का डिपो दुहाई में ही बनाया जाएगा। जिला प्रशासन के माध्यम से ही किसानों से जमीन खरीदी जाएगी। शासन ने मधुबन-बापूधाम में जमीन देने से मना कर दिया है।

- सुधीर कुमार शर्मा, सीपीआरओ, एनसीआरटीसी


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