व्रत खोलने के लिए घर निकलीं पूजा व मीना बचीं सुरक्षित
जागरण संवाददाता साहिबाबाद औद्योगिक क्षेत्र साइट- चार की मेडिकल उपकरण बनाने वाली फैक्ट्री
जागरण संवाददाता, साहिबाबाद: औद्योगिक क्षेत्र साइट- चार की मेडिकल उपकरण बनाने वाली फैक्ट्री में आग लगने से पहले ही पूजा और मीना महाशिवरात्रि की पूजा करने व व्रत खोलने के लिए घर के लिए निकली थीं। इससे वह सुरक्षित बच गई लेकिन आग में झुलसे मीना के देवर गंभीर रूप से घायल हो गए, जो जिदगी और मौत के बीच जूझ रहे हैं। सुरक्षित बचे लोग झुलसे सहकर्मियों के ठीक होने की दुआ कर रहे हैं।
मूलरूप से सिक्किम की रहने वाली मीना अपने पति राजू, ससुर रणबहादुर व देवर के साथ महाराजपुर में रहती हैं। उन्होंने 20 दिन पहले ही अपने देवर सुशील के साथ फैक्ट्री में नौकरी शुरू की थी। मीना पैंकिंग और सुशील पट्टियां बनाने का काम करते थे। मीना ने बताया कि बृहस्पतिवार को महाशिवरात्रि के दिन उन्होंने व्रत रखा हुआ था। रात आठ बजे मीना अपनी सहेली पूजा के साथ महाशिवरात्रि की पूजा करने व वृत खोलने के लिए घर चली गई। उन्होंने अपने देवर सुशील से भी घर चलने के लिए कहा था लेकिन सुशील को ठेकेदार ने रोक लिया। रात सवा नौ बजे सूचना मिली कि फैक्ट्री में आग लग गई। जिसमें सुशील समेत 14 लोगों के झुलस जाने की बात सुनकर उनके आंखों आंसू निकल पड़े।
दो घंटे तड़पने के बाद मिला बेड: आग में झुलसे सुशील के बड़े भाई राजू का कहना है कि यशोदा अस्पताल से सुशील को गंभीर हालत में दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में रेफर कर दिया गया। वहां पर दो घंटे तक उनका भाई उनकी आंखों के सामने कराहता रहा। उन्होंने डॉक्टरों से आग्रह किया कि उनका भाई मर जाएगा। जल्दी भर्ती कर लो लेकिन बेड खाली न होने के कारण दो घंटे बाद सुशील का इलाज शुरू हो पाया।
नहीं मिला बेड, सीएम पीएम से इलाज कराने की मांग :
आग में झुलसे मोहित का वैशाली सेक्टर एक स्थित मैक्स अस्पताल में इलाज चल रहा है। डॉक्टरों के मुताबिक उनकी हालत बेहद गंभीर है। बृहस्पतिवार रात मोहित के गंभीर हालत में दिल्ली के सफदरजंग व राम मनोहर लोहिया अस्पताल ले जाया गया लेकिन बेड न खाली होने के कारण वापस मैक्स अस्पताल लाना पड़ा। यहां पर बर्न वार्ड नहीं है। ऐसे में लोग मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ट्वीट कर मोहित के समुचित उपचार की व्यवस्था करने की मांग की है।