पिलर तैयार, तेजी से जारी है रैपिड रेल का काम
जागरण संवाददाता साहिबाबाद अनलॉक-2 में दिल्ली-मेरठ रैपिड रेल (हाईस्पीड ट्रेन) के निर्माण्
जागरण संवाददाता, साहिबाबाद: अनलॉक-2 में दिल्ली-मेरठ रैपिड रेल (हाईस्पीड ट्रेन) के निर्माण में तेजी आ गई है। नेशनल कैपिटल रीजन ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन (एनसीआरटीसी) का लक्ष्य है कि हाईस्पीड ट्रेन का निर्माण डेड लाइन के अंदर ही पूरा किया जाएगा। वसुंधरा में बने कास्टिग यार्ड में तेजी से निर्माण जारी है। वहीं, लिक रोड पर रैपिड रेल के पिलरों का निर्माण भी तेजी से जारी है। दिल्ली-मेरठ रैपिड रेल कॉरिडोर से दिल्ली और मेरठ के बीच का सफर बेहद आसान हो जाएगा।
बता दें कि दिल्ली-मेरठ हाईस्पीड ट्रेन के रूट का काम साल 2024 तक पूरा किया जाना है। इस रूट में कुल 15 स्टेशन बनेंगे। जिनमें से सात गाजियाबाद में हैं। कॉरिडोर के साहिबाबाद से गाजियाबाद तक के हिस्से का काम तेजी से किया जा रहा है। एनसीआरटीसी ने वसुंधरा में एक लाख वर्गमीटर से अधिक जमीन पर अपना कास्टिग यार्ड बनाया है। पिलरों को आपस में जोड़ने के लिए प्री फेब्रिकेटिड तकनीक से बनी वायाडक्ट का निर्माण इस यार्ड में किया जा रहा है। उधर, लिक रोड पर तेजी से पिलरों का निर्माण किया जा रहा है। यहां करीब दस पिलर पूरी तरह बनकर तैयार हैं। 2024 तक निर्माण पूरा करने का लक्ष्य: गाजियाबाद जनपद में साहिबाबाद, गाजियाबाद, गुलधर, दुहाई, मुरादनगर, मोदीनगर उत्तर और मोदीनगर दक्षिण स्टेशन बनाए जाएंगे। एनसीआरटीसी ने हाईस्पीड कॉरिडोर का निर्माण पूरा करने के लिए 2024 तक निर्माण पूरा करने की डेडलाइन रखी है। हालांकि कोरोना महामारी के दौरान हुए लॉकडाउन से काम प्रभावित हुआ है। वहीं, एनसीआरटीसी के जनसंपर्क अधिकारी ने बताया कि काम को 2024 तक ही पूरा करने के उद्देश्य से ही एनसीआरटीसी तेजी से काम कर रहा है। डेडलाइन के अंदर ही काम पूरा करने का लक्ष्य है।