दैनिक जागरण का लोगों ने किया आभार
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फोटो 11 एसबीडी 13, 14, 15, 16 जागरण संवादादाता, साहिबाबाद :
खोड़ा समेत ट्रांस हिडन में 15 लाख से अधिक लोगों के पास मकान तो है लेकिन मकानों का नंबर नहीं है। ऐसे में पत्राचार के साथ सामानों की डिलीवरी में बड़ी परेशानी होती है। दिल्ली एनसीआर के इन बिन पहचान वाले मकानों में रहने वाले लोग आनलाइन कंपनियों की भी सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे है। लोगों को बैंक से लोन भी नहीं मिलता है। वाट्सएप पर लोकेशन भेजकर रिश्तेदारों को बुलाते थे। दैनिक जागरण ने लोगों की इस समस्या को प्रमुखता से प्रकाशित किया था। इसके बाद खोड़ा में रविवार से मकानों को नंबर देकर पहचान देने का काम शुरू हुआ। इस पर लोगों ने दैनिक जागरण का आभार व्यक्त किया। पानी की समस्या का जल्द समाधान का आश्वासन :
खोड़ा का भूजल पीने योग्य नहीं है। पेयजल की आपूर्ति नहीं होती है। इससे लोगों को मजबूरी में पीने के लिए बोतलबंद पानी खरीदना पड़ता है। दैनिक जागरण पेयजल की समस्या को भी कई बार प्रकाशित कर चुका है। रविवार को मकान नंबर की प्लेट लगाने के कार्य का उद्घाटन करने पहुंचे केंद्रीय मंत्री जनरल वीके सिंह, विधायक सुनील शर्मा, भाजपा महानगर अध्यक्ष संजीव शर्मा, खोड़ा नगर पालिका की चेयरमैन रीना भाटी और अधिशासी अधिकारी केके भड़ाना ने अब पेयजल की समस्या को दूर करने का आश्वासन दिया है। लोगों को संबोधित करते हुए विधायक सुनील शर्मा ने कहा कि खोड़ा में पानी की समस्या से मुख्यमंत्री भी अवगत हैं। समस्या यह है कि खोड़ा में पानी की टंकी व पंपिग स्टेशन बनाने के लिए जमीन नहीं है, लेकिन किसी का मकान नहीं तोड़ा जाएगा। भले ही नोएडा से जमीन खरीदनी या किराए पर लेनी पड़ेगी। बहुत जल्द ही पेयजल की भी समस्या का समाधान होगा।
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बोले लोग :
दैनिक जागरण हमेशा से जनहित के मुद्दे उठाता आया है। हमारे भी घर का नंबर नहीं था। इसके लिए दैनिक जागरण का आभार व्यक्त करती हूं। आज मेरे भी मकान को नंबर मिला। खोड़ा के विकास में यह कदम सराहनीय है। - रीना भाटी, अध्यक्ष खोड़ा नगर पालिका परिषद मकान नंबर न होने से सालों से लोग परेशान थे। लोन लेने से लेकर डिलीवरी तक की सुविधा से लोग वंचित रह जाते थे। दैनिक जागरण ने लोगों की आवाज को बुलंद किया। इससे बहुत जल्द मकानों को पहचान मिली। दैनिक जागरण का आभार व्यक्त करता हूं। - दीपक जोशी, अध्यक्ष खोड़ा रेजीडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन मकानों की पहचान न होने से ऐसा लगता था कि हम दिल्ली एनसीआर में नहीं है। पत्राचार से लेकर आनलाइन कंपनियों के डिलीवरी सुविधा से वंचित रहते थे। दैनिक जागरण ने लोगों की आवाज उठाई और मकानों को पहचान दिलाई। - सोनी गुप्ता, निवासी सोम बाजार खोड़ा मकानों का नंबर न होने से लोग अपना काम शुरू करने के लिए बैंक से लोन नहीं ले पा रहे थे। दैनिक जागरण के प्रयास से लोगों को बहुत जल्द उनके मकान का नंबर मिलना शुरू हुआ। यह खोड़ा के विकास के लिए बेहद सराहनीय है। - पूनम चौहान निवासी सोम बाजार खोड़ा