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कैब व ऑटो न चलने परेशान हुए लोग, परिजन बच्चों को लेकर पहुंचे स्कूल

नए मोटर वाहन संशोधन अधिनियम में 10 गुना ज्यादा जुर्माने के खिलाफ ट्रांस हिडन में ट्रांसपोर्टरों की हड़लात से हजारों लोगों को परेशान होना पड़ा। रास्ते में तोड़फोड़ की डर से सुबह के वक्त ऑटो और कैब नहीं चल रहे थे। लोग चौराहों पर गंतव्य तक पहुंचने के लिए परेशान रहे। ऑटो एसोसिएशन को कुछ ऑटो से सवारियों को उतारकर तोड़फोड़ करने की भी शिकायत मिली है। सरकारी बसों और मेट्रो में भीड़ रही। ट्रांस पोर्टरों ने सीमा बार्डर पर ट्रकें खड़ी कर जमकर विरोष प्रदर्शन किया। वहीं दूसरी ओर स्कूली बसों के न चलने से अभिभावक भी परेशान हुए। उन्हें बच्चों को स्कूल ले जाना और लाना पड़ा। शाम के वक्त ट्रांस हिडन में हालात सामान्य हुए।

By JagranEdited By: Published: Thu, 19 Sep 2019 10:00 PM (IST)Updated: Sat, 21 Sep 2019 06:24 AM (IST)
कैब व ऑटो न चलने परेशान हुए लोग, परिजन बच्चों को लेकर पहुंचे स्कूल
कैब व ऑटो न चलने परेशान हुए लोग, परिजन बच्चों को लेकर पहुंचे स्कूल

जागरण संवाददाता, साहिबाबाद : नए मोटर व्हीकल एक्ट में भारी जुर्माने के खिलाफ ट्रांसपोर्टरों की हड़ताल के चलते ट्रांस हिंडन में लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ा। तोड़फोड़ के डर से सुबह के वक्त ऑटो और कैब नहीं चले। दफ्तर और स्कूल जाने वाले बच्चों को इसके चलते खासा परेशानी का सामना करना पड़ा। इस दौरान ऑटो से सवारियों को उतारकर तोड़फोड़ करने की कुछ शिकायतें भी मिलीं।

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हड़ताल के चलते सरकारी बसों और मेट्रो में भीड़ रही। ट्रांसपोर्टरों ने सीमा बार्डर पर ट्रक खड़े कर विरोध किया। वहीं, दूसरी ओर स्कूली बसों के न चलने से अभिभावक भी परेशान हुए। उन्हें बच्चों को स्कूल ले जाना और लाना पड़ा। हालांकि कई स्कूल बंद भी रहे। शाम के वक्त ट्रांस हिडन में हालात सामान्य हुए।

ऑटो व कैब के लिए परेशान रहे लोग

बृहस्पतिवार सुबह दफ्तर जाने के लिए घर से निकले तो उन्हें ट्रांसपोर्टरों की हड़ताल के चलते वैशाली, मोहन नगर, वसुंधरा, इंदिरापुरम जैसे चौराहों पर भी ऑटो नहीं मिला। लोगों ने कैब बुक करनी चाही तो वह भी बुक नहीं हो रही थी। ऐसे में जो कैब बुक हुई उन्हें दोगुना किराया देकर लोग गंतव्य तक पहुंचे। शालीमार गार्डन निवासी कैब चालक अजय ने बताया कि डर था कि यदि कैब लेकर निकले तो वाहन में तोड़फोड़ न हो जाए। इसी डर से ऑटो चालक भी सुबह नहीं निकले। मेट्रो और सरकारी बस लोगों के लिए सहारा बनी। कई लोग लिफ्ट लेकर गंतव्य तक पहुंचे। स्कूली बच्चों के साथ अभिभावक भी हुए हैरान

ट्रांसपोर्टरों की हड़ताल के चलते ट्रांस हिडन के ज्यादातर स्कूल बृहस्पतिवार को बंद रहे। कुछ स्कूल खुले रहे लेकिन स्कूल बस में तोड़फोड़ और किसी अप्रिय घटना की डर से स्कूल बसों को नहीं निकाला गया। बृहस्पतिवार को खुले रहे स्कूलों में बच्चों के अभिभावक उन्हें स्कूल लेकर पहुंचे। बच्चों को स्कूल ले जाने और वापस लाने में परिजनों को परेशान होना पड़ा।

बोले ऑटो यूनियन अध्यक्ष

गाजियाबाद ऑटो यूनियन के अध्यक्ष दिलशाद का कहना है कि हड़ताल के लिए उनसे किसी संगठन ने संपर्क नहीं किया था। अचानक हड़ताल करना ठीक नहीं है। पहले जिलाधिकारी को ज्ञापन दिया जाता था। ऑटो चालक सुबह के वक्त असमंजस में रहे। कुछ ऑटो चालकों ने सूचना दी है कि शरारती तत्वों ने उन्हें रोका और यात्रियों को उतारकर ऑटो में तोड़फोड़ की।

पहले से झेल रहे आर्थिक बोझ अब 10 गुना जुर्माना

सीमा बार्डर पर ट्रांसपोर्टरों ने एक बैठक की। इस दौरान यूपी बॉर्डर ट्रांसपोर्टर एंड ट्रेडर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष सरदार मंजीत सिंह ने कहा कि वर्ष 2016 में ट्रक परमिट का समय 15 साल से 10 साल कर दिया गया है। आरएफआइडी टैग से भी ट्रांसपोर्टर परेशान हैं। टैग के लिए पहले 100 से 200 रुपये में ऑनलाइन पंजीकरण कराओ इसके बाद एमसीडी टोल से 240 रुपये में टैग खरीदो। इन सब अतिरिक्त आर्थिक बोझ से चालक परेशान हैं। अब 10 गुना ज्यादा जुर्माने का प्रावधान हो गया है। ऐसे में मजबूरी में ट्रांसपोर्टरों को हड़ताल करनी पड़ रही है।

कैब चालकों ने किया प्रदर्शन

मोटर वाहन संशोधन अधिनियम में बढ़ाए गए जुर्माने के खिलाफ गरिमा गार्डन में कैब चालकों ने बृहस्पतिवार को प्रदर्शन किया। इस दौरान ओला, उबेर व अन्य कंपनी के कैब चालकों ने प्रदर्शन किया। चालकों का कहना है जुर्माने की रकम बढ़ने से चालकों की परेशानी बढ़ गई है। कैब चालकों को पहले ही टैक्स की मार झेलनी पड़ रही है। इस दौरान कासिम चौधरी, हारुन, महताब, अकरम, शाहिद व अन्य मौजूद रहे।


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