अवैध मकानों को तोड़ने पहुंची टीम का विरोध, बैरंग लौटी
अर्थला झील की जमीन पर बने अवैध मकानों को सोमवार को तोड़ने पहुंची नगर निगम की टीम का भारी विरोध हुआ। भीड़ अधिक और पुलिस बल कम होने के कारण नगर निगम की टीम बिना तोड़फोड़ किए 15 दिन का समय देकर बैरंग लौट आई।
जागरण संवाददाता, साहिबाबाद : अर्थला झील की जमीन पर बने अवैध मकानों को सोमवार को तोड़ने पहुंची नगर निगम की टीम का भारी विरोध हुआ। भीड़ अधिक और पुलिस बल कम होने के कारण नगर निगम की टीम बिना तोड़फोड़ किए 15 दिन का समय देकर बैरंग लौट आई।
अर्थला झील की जमीन पर अवैध निर्माण हो गए हैं। यहां करीब 10 हेक्टेयर जमीन पर लोगों ने कब्जा किया है। करीब 539 अवैध मकान बने हैं। नगर निगम ने अवैध मकानों के संबंध में पहले ही नोटिस दे चुका है। सोमवार को नगर निगम टीम जेसीबी और पुलिस बल के साथ यहां अवैध मकानों को गिराने पहुंची। नगर निगम की टीम को देखते ही यहां सैकड़ों महिलाएं व पुरूष एकत्र हो गए। लोगों ने नगर निगम टीम का विरोध शुरू कर दिया। पुलिस ने लोगों को हटाने का प्रयास किया लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। लोग हंगामा करने लगे। नगर निगम अधिकारियों से लोगों की तीखी नोंकझोक हुई। मौके पर मौजूद नगर निगम के तहसीलदार अखिलेश गुप्ता ने सिटी मजिस्ट्रेट को स्थिति से अवगत कराया और लोगों को 15 दिन में स्वयं कब्जा हटा लेने की बात कर टीम सहित वापस लौट गए।