22 करोड़ रुपये के मुआवजा घोटाले में महज 8.29 लाख रुपये की वसूली
अभिषेक सिंह गाजियाबाद दिल्ली मेरठ एक्सप्रेस-वे जमीन मुआवजा घोटाला में गलत तरीके से मुआवजा लेन
अभिषेक सिंह, गाजियाबाद
दिल्ली मेरठ एक्सप्रेस-वे जमीन मुआवजा घोटाला में गलत तरीके से मुआवजा लेने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है। जिला प्रशासन द्वारा 22 करोड़ रुपये के इस घोटाले में मुआवजे की रकम वापस करने के लिए 45 लोगों को नोटिस जारी किया गया था, इनमें से महज चार ने अब तक मुआवजा जमा करवाया है।
दिल्ली मेरठ एक्सप्रेस-वे के लिए जिला प्रशासन द्वारा रसूलपुर सिकरोड़, मटियाला, डासना सहित कई गांवों में जमीन का अधिग्रहण किया गया था। इसके लिए 2012 में 3डी की अधिसूचना जारी की गई थी। इसके बाद संबंधित जमीन के बैनामे पर रोक लगा दी गई थी लेकिन लालच में कई लोगों ने किसानों को गुमराह कर उनकी जमीन का बैनामा अपने नाम करा लिया था, किसानों से सस्ते दाम में जमीन लेकर उस पर कई गुना अधिक मुआवजा प्राप्त किया था। इसमें अधिकारियों के परिवार के सदस्य और रिश्तेदार भी शामिल रहे हैं।
जिला प्रशासन से मिली जानकारी के मुताबिक, इस मामले में 45 लोगों के खिलाफ नोटिस जारी कर उनसे मुआवजे की रकम जमा कराने के लिए कहा गया था। मुआवजे की रकम जमा न करने पर रिकवरी सर्टिफिकेट जारी किया गया था। अब तक सिर्फ चार लोगों ने कुल 8.29 लाख रुपये जमा कराए हैं, लाखों और करोड़ों रुपये का मुआवजा लेने वाले ज्यादातर लोगों ने मुआवजे की धनराशि वापस नहीं लौटाई है। वह इस मामले को हाई कोर्ट ले गए, कोर्ट से उनको स्टे मिला है। चार लोग ऐसे हैं, जिनको कोर्ट से स्टे नहीं मिला है लेकिन उन्होंने भी अब तक मुआवजे की धनराशि वापस नहीं की है।
----------- इन्होंने जमा कराया मुआवजा
नाम जमा कराई मुआवजे की धनराशि
रामअवतार जिदल 7,19,621 रुपये
अरुणा सिघल 24,520 रुपये
सुभाष जैन 61,300 रुपये
स्वाति अग्रवाल 24,520 रुपये
--------------- इन चार लोगों ने स्टे न मिलने पर भी नहीं वापस किया मुआवजा
नाम धनराशि
विपिन अग्रवाल 82,16,000 रुपये
राजेश कुमार अग्रवाल 82,16,000 रुपये
राकेश गोयल 3,64,304 रुपये
प्राची गुप्ता 3,74,304 रुपये