हरनंदी किनारे बनेगा गोमती और साबरमती जैसा रिवर फ्रंट
गोमती और साबरमती की तर्ज पर सिटी फारेस्ट का पास ¨हडन नदी किनारे रिवर फ्रंट बनाया जाएगा। गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (जीडीए) ने इस योजना का खाका खींचने की तैयारी शुरू कर दी है। सलाहकार के रूप में जामिया मिलिया इस्लामिया विश्विद्यालय या आइआइटी में से किसी एक को नियुक्त किया जाएगा। 2020 तक दिल्ली-एनसीआर में इसे बड़े पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित करने का लक्ष्य तय किया गया है।
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : गोमती और साबरमती की तर्ज पर सिटी फारेस्ट का पास ¨हडन नदी किनारे रिवर फ्रंट बनाया जाएगा। गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (जीडीए) ने इस योजना का खाका खींचने की तैयारी शुरू कर दी है। सलाहकार के रूप में जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय या आइआइटी में से किसी एक को नियुक्त किया जाएगा। 2020 तक दिल्ली-एनसीआर में इसे बड़े पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित करने का लक्ष्य तय किया गया है। चार किलोमीटर में बनेगा रिवर फ्रंट
सिटी फारेस्ट के दोनों ओर चार किलोमीटर क्षेत्र में रिवर फ्रंट बनाने की योजना है। जीडीए अधिकारियों के मुताबिक यहां रिवर फ्रंट गोमती और साबरमती की तरह भव्य तो नहीं होगा। वॉ¨कग पाथ बनाए जाएंगे। पार्क विकसित किए जाएंगे। बैठने के लिए बेंच लगाई जाएंगी। कोशिश रहेगी कि लोग अपने कीमती वक्त को बिताने यहां आएं। पहले ली जाएगी अनुमति
नदी किनारे ¨सचाई विभाग की जमीन है। जिस पर रिवर फ्रंट प्रस्तावित किया जा रहा है। जीडीए के अधिकारी ¨सचाई विभाग के अधिकारियों के साथ वहां का निरीक्षण कर चुके हैं। उनकी सहमति मिलना बाकी है। इसके अलावा पर्यावरण मंत्रालय, एनजीटी समेत कई विभागों की अनुमति के लिए विधिक राय ली जाएगी।
ओपन थिएटर बन रहा
ओपन थिएटर और शिल्प बाजार बनाने की कवायद पहले से चल रही है। जहां हस्तशिल्पी अपने हुनर का प्रदर्शन कर सकें। रॉक गार्डन और हर्बल गार्डन भी विकसित करने की प्रक्रिया चल रही है। म्यूजिकल फाउंटेन और लेजर शो का आनंद भी लोग उठा सकेंगे। जीडीए ने इन कार्यों की रूप रेखा तैयार कर रखी है। फूड और किड्स जोन बनेगा
सिटी फॉरेस्ट शानदार पिकनिक स्पॉट साबित होगा। जीडीए वहां मनोरंजन जोन, किड्स जोन, वाटर फॉल, फूड जोन और वाटर चैनल विकसित कर रहा है। बो¨टग और सफारी की व्यवस्था पहले से फॉरेस्ट में है।
सिटी फॉरेस्ट पर एक नजर
- सिटी फॉरेस्ट 175 एकड़ भूमि में विकसित है
- 2011-12 में जीडीए ने इसे विकसित किया सिटी फॉरेस्ट के दोनों ओर रिवर फ्रंट बनाया जाएगा। गोमती और साबरमती रिवर फ्रंट ज्यादा बड़ा है। यहां उससे कम क्षेत्र में रिवर फ्रंट बनाया जाएगा। जिससे छुट्टी के दिन लोग सिटी फॉरेस्ट में परिवार के साथ वक्त बिता सकें।
-कंचन वर्मा, वीसी, जीडीए