एनआरएचएम घोटाले के तीन मामलों में हुई सुनवाई
सीबीआइ की विशेष अदालत में मंगलवार को एनआरएचएम घोटाले के तीन मामलों में सुनवाई हुई। इस दौरान आरोपित पूर्व मंत्री बाबू ¨सह कुशवाहा पेश नहीं हुए। उन्होंने हाजिरी माफी प्रार्थना पत्र पेश किया। वहीं पूर्व प्रमुख सचिव प्रदीप शुक्ला व अन्य आरोपित पेश हुए।
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : सीबीआइ की विशेष अदालत में मंगलवार को एनआरएचएम घोटाले के तीन मामलों में सुनवाई हुई। इस दौरान आरोपित पूर्व मंत्री बाबू ¨सह कुशवाहा पेश नहीं हुए। उन्होंने हाजिरी माफी प्रार्थना पत्र पेश किया। वहीं पूर्व प्रमुख सचिव प्रदीप शुक्ला व अन्य आरोपित पेश हुए।
लोक अभियोजक ने बताया कि पहला मामला वर्ष 2009-10 में सरकारी अस्पतालों के उच्चीकरण व मेडिसिन किट और दवा की खरीद में हुए घोटाले का था। यह केस सीबीआइ बनाम पीके जैन व अन्य चल रहा है। मामले में पूर्व मंत्री बाबू ¨सह कुशवाहा सह-आरोपित है। दूसरा मामला वर्ष 2009 में यूपी के 133 सरकारी अस्पतालों में आरओ लगाने का टेंडर अलॉट करने में करीब छह करोड़ के घोटाले का है। आरोप है कि पूर्व मंत्री और पूर्व प्रमुख सचिव ने लोक सेवक के पद पर रहने के दौरान प्रभाव का दुरुपयोग कर घोटाले को अंजाम दिया। इसमें इन दोनों के अलावा शिवशंकर, प्रदीप कुमार समेत पांच आरोपित हैं। सुनवाई के दौरान इस मामले में आगरा के तत्कालीन सीएमएस डा. श्याम मूर्ति की गवाही हुई। तीसरा मामला वर्ष 2009-10 में अस्पतालों में इंफार्मेशन सिस्टम लगाने के नाम पर 2.5 करोड़ के घोटाले का है। यह केस सीबीआइ बनाम दयाशंकर चल रहा है। मामले में यूपी के पूर्व प्रमुख सचिव प्रदीप शुक्ला, डा. आरके बलानी समेत नौ आरोपित हैं। इस मामले में अदालत ने दोनों पक्षों के तर्क सुने।