टला बड़ा हादसा: उत्तराखंड संपर्क क्रांति एक्सप्रेस पर टूटकर गिरा बिजली का तार, बची यात्रियों की जान
गनीमत रही की जो तार टूटाकर ट्रेन पर गिरा उसके पीछे से बिजली का प्रवाह रुक गया था। इससे ट्रेन में करंट नहीं उतरा और सैकड़ों यात्रियों की जान बच गई।
साहिबाबाद, जागरण संवाददाता। दिल्ली से काठगोदाम के लिए निकली उत्तराखंड संपर्क क्रांति एक्सप्रेस (15035) पर गाजियाबाद सीमा प्रवेश करते ही बिजली का तार टूटकर गिर गया। तार खिंचने से बिजली का खंभा भी टूट गया और झाडिय़ों में आग लग गई। गनीमत रही की जो तार टूटाकर ट्रेन पर गिरा उसके पीछे से बिजली का प्रवाह रुक गया था। इससे ट्रेन में करंट नहीं उतरा और सैकड़ों यात्रियों की जान बच गई। करीब दो घंटे तक ट्रेन खड़ी रही। इस दौरान यात्री परेशान रहे। हादसे के कारण अन्य ट्रैकों से ट्रेनों का संचालन किया गया।
सूर्य नगर इलाके हुई घटना
उत्तराखंड संपर्क क्रांति एक्सप्रेस ट्रेन बुधवार शाम चार बजे पुरानी दिल्ली से यात्रियों को लेकर चली थी। 20 मिनट बाद ट्रेन गाजियाबाद की सीमा में प्रवेश की। सूर्य नगर इलाके में ट्रेन पर बिजली का तार टूटकर गिर गया। तार खिंचने से रेलवे की बिजली का खंभा भी टूट गया।
रुक गई बिजली की अापूर्ति
गनीमत रही कि जो बिजली का तार टूटकर ट्रेन पर गिरा था, उसमें बिजली की आपूर्ति रुक गई थी। इससे ट्रेन में बिजली नहीं उतरी। यदि ट्रेन में बिजली उतर जाती तो बड़ा हादसा हो जाता। इससे यात्रियों की जान बी जा सकती थी। हादसे के बाद ट्रेन रोक दी गई। हादसे की सूचना प्लेटफार्म पर ड्यूटी कर रहे जीआरपी के सिपाही नीरज भारद्वाज को मिली को उन्होंने रेलवे अधिकारियों व आरपीएफ को दी। जीआरपी चौकी प्रभारी अजय कुमार व अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे। बिजली तार टूटने से एक जगह झाडिय़ों में आग भी लग गई थी। स्थानीय लोगों ने आग बुझाई।
दो घंटे तक परेशान रहे यात्री
ट्रेन पर बिजली का तार शाम 4:20 मिनट पर गिरा था। रेलवे अधिकारियों ने बिजली का तार हटवाया। इसके बाद शाम 6:27 बजे ट्रेन यहां से रवाना हुई। इस दौरान यात्री परेशान रहें। यात्री ट्रेन से बाहर आकर ट्रेन के ट्रैक पर बैठते, जिन्हें पुलिसकर्मी हटाते रहे।
लेट हुईं अन्य ट्रेनें
दिल्ली- गाजियाबाद रूट पर सबसे ज्यादा ट्रेनें चलती हैं। हादसे के बाद कई ट्रेनों को दिल्ली में ही रोक दिया गया। हालांकि बाद में दूसरे ट्रैक से ट्रेनों को दिल्ली से गाजियाबाद की ओर निकाला गया, जिससे अन्य ट्रेनें न प्रभावित हो। इतना बड़ा हादसा हुआ लेकिन साहिबाबाद रेलवे स्टेशन के अधीक्षक विजेंद्र गुप्ता को जानकारी ही नहीं है। उनका कहना था कि वह दवा लेने गए थे।
अधिकारी ने कहा
इसकी जांच कराई जाएगी कि बिजली का तार कैसे टूटा। जिन लोगों की लापरवाही सामने आएगी उनपर कार्रवाई की जाएगी। हादसे के बाद अन्य ट्रैक से दूसरी ट्रेनों का संचालन किया गया था।
दीपक कुमार, मुख्य जन संपर्क अधिकारी, उत्तर रेलवे