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बेरोजगारों को ठगने के लिए बनाई बदमाश कंपनी, तीन गिरफ्तार; देश भर में फैला रखा था जाल

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कलानिधि नैथानी ने बताया है कि साइबर अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है।

By Mangal YadavEdited By: Published: Fri, 24 Jul 2020 08:24 PM (IST)Updated: Fri, 24 Jul 2020 08:24 PM (IST)
बेरोजगारों को ठगने के लिए बनाई बदमाश कंपनी, तीन गिरफ्तार; देश भर में फैला रखा था जाल
बेरोजगारों को ठगने के लिए बनाई बदमाश कंपनी, तीन गिरफ्तार; देश भर में फैला रखा था जाल

गाजियाबाद [अवनीश मिश्र]। खोड़ा थाना पुलिस ने बृहस्पतिवार रात बेरोजगारों को रोजगार दिलाने का झांसा देकर ठगी करने वाले तीन शातिर बदमाशों को गिरफ्तार किया। उनके कब्जे से कार, मोबाइल, बेरोजगारों का विवरण, डेबिट कार्ड आदि बरामद किया है। आरोपित बकायदा कंपनी बनाकर ऑनलाइन नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करते थे।

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वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कलानिधि नैथानी ने बताया है कि साइबर अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इसमें खोड़ा पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। खोड़ा पुलिस द्वारा गिरफ्तार बदमाशों की पहचान रवि चौहान निवासी जी ब्लॉक नोएडा सेक्टर-22, प्रमोद उर्फ सागर निवासी ममूरा नोएडा व विकास निवासी बांस बल्ली मार्केट - नौ नोएडा के रूप में हुई है।

पूछताछ में पता चला है कि रवि चौहान गिरोह का सरगना है। रवि ने प्रमोद, विकास और अजीत पासवान के साथ मिलकर जीयो ऑनलाइन जॉब नामक कंपनी और डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू डॉट डाटा एंट्री वर्क ऑनलाइन नाम से फर्जी वेबसाइट बनाई। अन्य वेबसाइट से बेरोजगार युवक व युवतियों का विवरण चुराकर उन्हें कॉल करते थे। रोजगार दिलाने के नाम पर उनसे बैंक खाता में पंजीकरण के रुप में रुपये जमा कराते थे। बैंक में रुपये आते ही उन्हें निकाल कर आपस में बांट लेते थे। इन ठगों का देश के कई राज्यों में जाल फैला था।

ग्राहकों के दस्तावेजों का दुरुपयोग

खोड़ा थाना प्रभारी निरीक्षक संदीप सिंह ने बताया है कि गिरोह का सदस्य प्रमोद मोबाइल रिचार्ज की दुकान भी करता है। वह सिम कार्ड खरीदने वाले ग्राहकों के दस्तावेज का दुरुपयोग करता था। ग्राहकों के दस्तावेजों से अजीत की मदद से एक्टिव सिम कार्ड लेता था। बैंक में खाता खोलवाने में भी दस्तावेजों को लगता था। उन्हीं दस्तावेजों से खरीदे गए सिम कार्ड से बेरोजगारों को कॉल की जाती थी। बैंक खातों में रुपये मंगाए जाते थे। यह गिरोह दिल्ली-एनसीआर, पंजाब, हरियाणा, बिहार, राजस्थान, गुजरात सहित अन्य प्रदेश के बेरोजगारों से करोड़ों रुपये ठग चुका है। उन्होंने बताया है कि फरार अजीत की गिरफ्तारी का प्रयास किया जा रहा है।


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