आतंकियों की पनाहगार रहा है जिला गाजियाबाद, पाकिस्तानी आतंकी के पास मिला था यहां पर बना ड्राइविंग लाइसेंस
Terrorist connection of Ghaziabad पापुलर फ्रंट आफ इंडिया (पीएफआइ) के एजेंट परवेज को गिरफ्तार करने गई टीम पर हमला संगीन मामला है। दरअसल आतंकी वारदात के तार दिल्ली से सटे गाजियाबाद जिले से कई बार जुड़े हैं इसलिए सतर्कता बरतने की जरूरत है।
गाजियाबाद, जागरण संवाददाता। मोदीनगर के कलछीना गांव में पापुलर फ्रंट आफ इंडिया (पीएफआइ) के एजेंट परवेज को गिरफ्तार करने गई एटीएस की टीम व पुलिस बल पर ग्रामीणों ने हमला कर दिया। भीड़ का फायदा उठाकर परवेज फरार हो गया। परवेज के अलावा और भी लोग पीएफआइ से जुड़े हुए हैं। इससे पहले भी देश भर में हुई आतंकी गतिविधियों व घटनाओं के लिहाज से गाजियाबाद किसी न किसी तरह से शामिल रहा है।
गाजियाबाद से जुड़े कई आतंकी घटनाओं के तार
दरअसल, देश भर में हुई कई बड़ी आतंकी वारदात के तार दिल्ली से सटे गाजियाबाद जिले से जुड़ते रहे हैं। देश की राजधानी दिल्ली से सटा होने के कारण गाजियाबाद आतंकियों का सबसे साफ्ट क्षेत्र रहा है और शरण के लिहाज से जिले को आतंकियों ने खासा पसंद किया है।
वर्ष 1987 में कुख्यात आतंकी कश्मीरा सिंह ने साहिबाबाद अप्सरा बार्डर व शाहदरा में शृंखलाबद्ध विस्फोट किए थे। साहिबाबाद में ही वह साइकिल बम ले जाते हुए विस्फोट में घायल हो गया था। घायल कश्मीरा सिंह ने पुलिस को बताया था कि यह विस्फोट उसने लंदन स्थित खालिस्तान लिबरेशन फ्रंट के इशारे पर किया था।
ट्रेन हादसे में गई थी कई की जान
ट्रेन की कई बोगियों में हुए सीरियल बम विस्फोट में 19 लोगों की जान गई थी। इसमें पिलखुआ निवासी अब्दुल करीम उर्फ टुंडा का नाम कुख्यात आतंकवादी के रूप में उभरकर प्रकाश में आया था। वह विस्फोटक बनाने में माहिर माना जाता है। पंजाब के मुख्यमंत्री बेअंत सिंह के हत्यारे भी वारदात के बाद गाजियाबाद में ही आकर छिपे थे।
ध्रुवलाल यादव हो गए थे शहीद
ब्रिटिश नागरिक बेला नुस व अन्य तीन नागरिकों को लश्कर-ए-तय्यबा के आतंकियों ने अपहरण कर मसूरी थाना क्षेत्र में छिपाकर रखा था। बाद में साहिबाबाद थाना प्रभारी ध्रुवलाल यादव की आतंकियों से अपहृतों को छुड़ाने के लिए सहारनपुर में मुठभेड़ हुई थी। इसमें ध्रुवलाल यादव शहीद हो गए थे।
कैला भट्ठा का निकल चुका है आतंकी कनेक्शन
गाजियाबाद पुलिस ने पाक आतंकवादी उमर सईद शेख को गिरफ्तार किया था। उमर सईद शेख समेत अजहर मसूद को रिहा कराने के लिए उनके साथियों ने साल 1999 में इंडियन एयरलाइंस के विमान आइसी 814 का काठमांडू से अपहरण किया था। लालकिला बम विस्फोट कांड के आतंकियों के तार भी गाजियाबाद से जुड़े थे। पकड़े गए एक पाकिस्तानी आतंकवादी के पास से मिला ड्राइविंग लाइसेंस गाजियाबाद में कैला भट्ठा के पते बनाया गया था।
गाजियाबाद में रुका था आतंकी मुनीर
इन वारदातों के अलावा और भी कई ऐसी घटनाएं हुई हैं, जिनमें आतंकवादियों के तार गाजियाबाद से जुड़े रहे हैं। बिजनौर में 2016 में हुई एनआइए के डिप्टी एसपी तंजील अहमद व उनकी पत्नी की हत्या में शामिल रहा आतंकी मुनीर गाजियाबाद आकर रुका था। बाद में पुलिस ने उसे एबीईएस कालेज के पास की एक कालोनी से गिरफ्तार किया था।