Ghaziabad Lok Sabha Election: मतदान केंद्रों पर सुरक्षा दुरुस्त, वोटर लिस्ट से नाम गायब रहने पर परेशान रहे मतदाता
गाजियाबाद में दूसरे चरण के लिए शुक्रवार सुबह सात बजे से कड़ी सुरक्षा के बीच मतदान शुरू हो गया। सात बजे से पहले ही मतदान केंद्रों पर लोगों की भीड़ जुटने लगी। लोग वोटर लिस्ट में अपना नाम ढूंढकर मतदान करने गए। वहीं मतदान पर्ची में कई लोगों के नाम गायब रहने से वे मायूस दिखे। कहीं पत्नी का नाम शामिल था तो पति का गायब मिला।
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद। दूसरे चरण के लिए शुक्रवार सुबह सात बजे से कड़ी सुरक्षा के बीच मतदान शुरू हो गया। सात बजे से पहले ही मतदान केंद्रों पर लोगों की भीड़ जुटने लगी। लोग वोटर लिस्ट में अपना नाम ढूंढकर मतदान करने गए। पुलिस उपायुक्त ट्रांस हिंडन समेत अन्य अधिकारी क्षेत्र में भम्रणशील रहे। अंतर्राज्यीय व अंतरजनदीय सीमाओं पर विशेष चौकसी रही। चेकिंग के बाद ही वाहनों को प्रवेश दिया जा रहा है।
वहीं, कई जगह कुछ देरी से मतदान शुरू हुआ। मतदान के केंद्र के अंदर, मोबाइल, टैबलेट, स्मार्ट वाच आदि ले जाने की अनुमति नहीं है। पुलिसकर्मी गेट पर ही सभी को निकलवा दे रहे हैं। पुलिस उपायुक्त ट्रांस हिंडन निमिष पाटील का कहना है कि सभी जगह शांतिपूर्ण मतदान चल रहा है। लोगों से अपील है घरों से निकलकर ज्यादा से ज्यादा वोट करें। सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने में पुलिस का सहयोग करें।
परिवार के कुछ लोगों के नाम शामिल लेकिन कई के गायब
वहीं, एक साल से वोटर लिस्ट में खामियों को दुरुस्त करने में जुटा जिला निर्वाचन विभाग शुक्रवार को कमजोर दिखाई पड़ा। दरअसल परिवार में दो सदस्यों की वोट वोटर लिस्ट में दर्ज मिली तो तीन लोगों की वोट गायब मिली। सेठ मुकंद लाल इंटर कॉलेज में बनाए गए मतदान केंद्र के बाहर खड़े भुवन चन्द्र बेहद निराश दिखाई दिए।
लिस्ट में पत्नी का नाम शामिल लेकिन पति का गायब
पटेल नगर के रहने वाले भुवन अपनी पत्नी सुनीता के साथ वोट डालने के लिए सुबह ही मतदान केंद्र पर पहुंचे लेकिन वहां जाकर उनको पता चला कि उनकी पत्नी की वोट तो है, लेकिन उनके वोट वोटर लिस्ट से गायब है। मजबूरी में उन्होंने पत्नी सुनीता को अंदर मतदान के लिए भेज दिया और वह जिला प्रशासन के प्रति नाराजगी जताते हुए बाहर खड़े हो गए। भुवन चंद्र ही नहीं है बल्कि इस केंद्र पर 10 से अधिक लोग अपनी वोट कटने से बेहद नाराज दिखे।
लोगों ने कंट्रोल रूम में लिखित में शिकायत दर्ज की
अन्य केंद्रों पर भी वोटर लिस्ट से नाम काटने की शिकायत करते हुए लोग दिखे। कई लोगों ने कंट्रोल रूम पर भी इसकी लिखित में शिकायत दर्ज की है। इसके अलावा कोई मतदान केंद्रों पर मतदाता पर्ची बनाने के लिए तैनात किए गए बूथ लेवल अधिकारियों के पास कोई इंतजाम नहीं थे।