जलभराव की समस्या पर फूटा लोगों का गुस्सा, मेरठ रोड पर जाम लगाकर की मेयर, पार्षद और नगर निगम के खिलाफ नारेबाजी
शहर में जलभराव की समस्या को लेकर बृहस्पतिवार को पटेल नगर और वाल्मीकि कुंज के लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। मेरठ रोड पर जाम लगाकर उन्होंने महापौर आशा शर्मा पार्षद संघदीप तोमर और नगर निगम के खिलाफ नारेबाजी कर समस्या का समाधान करने की मांग की।
गाजियाबाद, जागरण संवाददाता। शहर में जलभराव की समस्या को लेकर बृहस्पतिवार को पटेल नगर और वाल्मीकि कुंज के लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। मेरठ रोड पर जाम लगाकर उन्होंने महापौर आशा शर्मा, पार्षद संघदीप तोमर और नगर निगम के खिलाफ नारेबाजी कर समस्या का समाधान करने की मांग की। इस दौरान रोड पर जाम लग गया, वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ा।
मेरठ रोड पर पांच नम्बर भट्ठा के पास से मेरठ मोड़ तक दो साल पहले छह करोड़ रुपये की लागत से नाला बनवाया गया था। इस नाले में कई सोसायटियों और कालोनियों का पानी आता है। आरोप है कि नाले की चौड़ाई कम होने के कारण नाला निर्माण के बाद भी जलभराव की समस्या का समाधान नही हो सका। नाले का पानी ओवरफ्लो होकर लोगों के घरों में घुसता है। बुधवार को नाले की दीवार गिर गयी, जिस कारण पटेल नगर और वाल्मीकि कुंज में अधिक जलभराव हुआ। लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा।
बृहस्पतिवार तक भी सड़कों पर पानी भरा रहा, जिस कारण लोगों को आवागमन में मुश्किल हो रही थी। ऐसे में समस्या के निजात की मांग को लेकर लोगों ने मेरठ रोड पर जाम लगा दिया। करीब आधा से मेरठ रोड जाम होने के कारण मेरठ से नोएडा और दिल्ली की ओर आवागमन करने वाले लोगों को परेशानी हो रही है। सूचना पर पुलिस अधिकारी भी मौके पर पहुंचे और लोगों को समझाकर जाम खुलवाने की कोशिश की। हालांकि लोग नगर निगम के अधिकारियों, महापौर आशा शर्मा को मौके पर बुलाने के लिए अड़े रहे