अब गंगनहर घाट पर डुबकी नहीं लगा सकेंगे लोग, प्रशासन ने इस वजह से लगाई रोक
तपती गर्मी से राहत पाने के लिए गंगनहर घाट पर प्रतिदिन हजारों की संख्या में लोग नहाने के लिए आते हैं। बहुत से लोग नहाने के दौरान रोमांच पाने के लिए अपनी सुरक्षा को दरकिनार करके गहरे पानी में चले जाते हैं और हादसों का शिकार हो जाते हैं। हाल में इसी तरह छह लोग अपनी जान गंवा चुके हैं।
विजयभूषण त्यागी, मुरादनगर। हाल के दिनों में गंगनहर घाट पर एक के बाद हुए हादसों के बारे में दैनिक जागरण में खबर प्रकाशित होने पर पुलिस प्रशासन हरकत में आया है।
प्रशासन ने गंगनहर घाट पर नहाने को लेकर अस्थाई तौर से रोक लगा दी है। अगला आदेश मिलने तक रोक प्रभावी रहेगी।
अधिकारियों का कहना है कि नहर घाट पर आदेश की अवहेलना करने वालों के साथ सख्ती से निपटा जाएगा। इसके लिए घाट पर अतिरिक्त पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है।
गर्मी से राहत पाने को हजारों लोग रोज नहाने आते हैं
तपती गर्मी से राहत पाने के लिए गंगनहर घाट पर प्रतिदिन हजारों की संख्या में लोग नहाने के लिए आते हैं। बहुत से लोग नहाने के दौरान रोमांच पाने के लिए अपनी सुरक्षा को दरकिनार करके गहरे पानी में चले जाते हैं और हादसों का शिकार हो जाते हैं।
हाल में इसी तरह छह लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। इसके अलावा प्रतिदिन कई लोगों को गोताखोर डूबने से बचाते हैं।
इन हादसों की ओर पुलिस प्रशासन का ध्यान खींचने के लिए सोमवार को दैनिक जागरण में खबर प्रकाशित की गई। खबर लगने के बाद ही पुलिस प्रशासन त्वरित रूप से सक्रिय हुआ।
कार्रवाई करते हुए गंगनहर घाट पर नहाने को लेकर अस्थाई रोक लगा दी गई है। अब कोई भी व्यक्ति घाट पर नहा नहीं सकेगा।
हालांकि मंदिर में पूजा करने को लेकर किसी प्रकार की मनाही नहीं हैं। घाट स्थित शनि मंदिर के पुजारी मुकेश गोस्वामी का कहना है कि कुछ लोगों की लापरवाही के कारण गंगनहर घाट की छवि नकारात्मक तरीके से प्रभावित हो रही है। इसलिए नहर में नहाने पर रोक लगाकर प्रशासन ने सही निर्णय लिया है।
गंग नहर में नहाने के दौरान हुए हादसों की संख्या को देखते हुए रोक लगाई गई। आदेश की अवहेलना करने पर वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। -नरेश कुमार एसीपी, मसूरी