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Kisan Andolan: जानिए क्यों राकेश टिकैत ने कहा- किसान नाराज हो जाए तो बदल सकती है स्थिति

राकेश टिकैत ने यूपी गेट पर मीडिया से बातचीत की। उन्होंने कहा कि सरकार अब चिट्ठियों का आदान-प्रदान कर रही है। बातचीत के लिए स्पष्ट रूप से नहीं बताया जा रहा है। यदि किसान नाराज हो गया तो स्थिति बदल सकती है।

By Prateek KumarEdited By: Published: Tue, 07 Dec 2021 08:57 PM (IST)Updated: Tue, 07 Dec 2021 08:57 PM (IST)
Kisan Andolan: जानिए क्यों राकेश टिकैत ने कहा- किसान नाराज हो जाए तो बदल सकती है स्थिति
न्यूनतम समर्थन मूल्य सहित अन्य मांगों को लेकर यूपी गेट पर चल रहा प्रदर्शन मंगलवार को भी जारी रहा।

गाजियाबाद [अवनीश मिश्र]। न्यूनतम समर्थन मूल्य सहित अन्य मांगों को लेकर यूपी गेट पर चल रहा प्रदर्शन मंगलवार को भी जारी रहा। उत्तराखंड और पंजाब के करीब 50 प्रदर्शनकारी यहां से लौट गए। कुछ तंबुओं में प्रदर्शनकारी बैठकर प्रदर्शन को लेकर चर्चा करते रहे। हालांकि, ज्यादा तंबू खाली रहे। प्रदर्शन स्थल पर सन्नाटा पसरा रहा। वहीं, सरकार की ओर से पत्र आने के सवाल पर भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने आपत्तिजनक बयान दिया। उन्होंने कहा कि उसका कल जवाब मांगेंगे।

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सरकार कर रही चिट्ठियों का आदान-प्रदान

मंगलवार शाम को राकेश टिकैत ने यूपी गेट पर मीडिया से बातचीत की। उन्होंने कहा कि सरकार अब चिट्ठियों का आदान-प्रदान कर रही है। बातचीत के लिए स्पष्ट रूप से नहीं बताया जा रहा है। यदि किसान नाराज हो गया तो स्थिति बदल सकती है। प्रदर्शन समाप्त होने के प्रश्न पर राकेश टिकैत ने कहा कि इस बारे में तो सरकार पिछले एक साल और सत्ता के समर्थक कई दिनों से कह रहे हैं मगर किसान अपना पूरा हिसाब-किताब लेकर ही घर जाएगा। उन्होंने कहा कि ट्रैक्टरों पर से 10 साल का प्रतिबंध हटाने और अन्य मुद्दों पर बातचीत स्पष्ट नहीं हुई है। किसानों पर दर्ज मुकदमे पर सरकार से बैठकर वार्ता की जाएगी। अभी कोई आंदोलन वापस लेने की गारंटी नहीं लेगा। बुधवार को संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक में अगला निर्णय लिया जाएगा।

सरकार की भाषा पर एतराज

भाकियू के मीडिया प्रभारी धर्मेंद्र मलिक ने कहा कि सरकार की ओर से प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं। कुछ असहमतियों से सरकार को अवगत करा दिया है। कमेटी, मुकदमे आदि की भाषा पर एतराज है। बुधवार को नया प्रस्ताव मिलने पर दो बजे संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक में फैसला होगा।

खाली पड़े रहे तंबू

मंगलवार को उत्तराखंड और पंजाब के 50 से अधिक प्रदर्शनकारी लौट गए। हाईवे पर लगे ज्यादातर तंबू खाली रहे। एक-दो में दो-चार प्रदर्शनकारी दिखे। फ्लाईओवर के नीचे लगे तंबुओं में प्रदर्शनकारियों की कुछ संख्या दिखी। वह बैठ कर आपस में प्रदर्शन को लेकर चर्चा करते रहे। सभी ने दबी जुबान कहा कि अब प्रदर्शन समाप्त ही समझो। एक-दो प्रदर्शनकारियों के मुंह से वापस जाने के लिए टैक्टरों को तैयार रखने की बात भी सुनी गई लेकिन पूछने पर उन्होंने इन्कार कर दिया।


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