गाजियाबाद जंक्शन से गुजरने वाली ट्रेनों की जांच के लिए टोकन सिस्टम लागू, जानें- कैसे करेगा काम
गाजियाबाद में ट्रेनों की सुरक्षा के मद्देनजर ड्यूटी की निगरानी के लिए जीआरपी ने टोकन प्रणाली को लागू किया है। त्योहारों पर ट्रेनों में बढ़ी भीड़ को लेकर सुरक्षा के कई प्रबंध किए गए हैं। फिलहाल गाजियाबाद जीआरपी का 22 ट्रेनों में स्क्वायड है।
गाजियाबाद, जागरण संवाददाता। आगामी त्योहारों को लेकर ट्रेनों में भीड़ बढ़ने लगी है। इसके लिए जीआरपी (Government Railway Police) ने सुरक्षा प्रबंध बढ़ाने के साथ चेकिंग की निगरानी के लिए टोकन प्रणाली लागू की है। एसएचओ अनुज मलिक ने बताया कि हर ट्रेन के स्क्वायड और सभी स्टेशनों के अलग-अलग प्लेटफार्मों पर तैनात पुलिसकर्मियों को एक रजिस्टर दिया है। ट्रेन के पुलिसकर्मी हर प्लेटफार्म और प्लेटफार्म के पुलिसकर्मी यहां रुकने वाली हर ट्रेन के रजिस्टर में हस्ताक्षर करेंगे।
ड्यूटी में रुकेगा फर्जीवाड़ा
अनुज मलिक ने बताया कि पुलिस के स्तर से चेकिंग व गस्त में लापरवाही न हो, इसके लिए कई स्तर पर निगरानी कर रहे हैं। ड्यूटी से बचकर फर्जी हस्ताक्षर करने को लेकर स्पष्ट चेतावनी दी गई है। इसका सत्यापन करने के लिए रैंडम स्टेशनों के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज चेक कर रहे हैं। कुछ पुलिसकर्मियों को उनके ड्यूटी के समय वीडियो काल भी की जा रही है। इसके अलावा फोन की लोकेशन से भी इसका सत्यापन किया जा रहा है।
पुलिस की विजिबिलिटी बढ़ाने पर जोर
त्योहारों को लेकर जीआरपी में छुट्टियों पर पहले से ही रोक है। साथ ही कार्यालयी कार्यों में लगे पुलिसकर्मियों से भी चेकिंग कराई जा रही है। हर प्लेटफार्म पर चार के बजाय 6-8 पुलिसकर्मी लगाए हैं। शाम से आधी रात तक पांच सदस्यीय टीम सादे कपड़ों में यात्री बनकर निगरानी करती है और तड़के तीन बजे से पांच बजे के बीच तीन पुलिसकर्मी इसी तरह ट्रेनों में गश्त कर रहे हैं।
समन्वय पर जोर
स्टेशन पर आरपीएफ और जीआरपी साथ में चेकिंग करती हैं। गंभीर सूचना आने पर गाजियाबाद पुलिस लाइन से श्वान व बम निरोधक दस्ता भी पहुंच जाता है। अनुज मलिक के मुताबिक जरूरत पड़ने पर थाना विजयनगर व नगर कोतवाली से भी पुलिसकर्मी आते हैं। साथ ही एलआइयू, रेलवे इंटेलिजेंस के साथ आइबी से भी समन्वय स्थापित है।