Ghaziabad: फर्जी नंबर लगा OLX पर बेचते थे चोरी की लग्जरी कारें, चार गिरफ्तार; आठ भी कार मिलीं
क्राइम ब्रांच ने लग्जरी कारें चुराकर फर्जी नंबर लगा ओएलएक्स पर बेचने वाले गिरोह का पर्दाफाश कर चार आरोपितों को गिरफ्तार किया है। इनसे स्कॉर्पियो व फार्च्यूनर समेत आठ लग्जरी कारें मिली हैं। बाकी कारें ओएलएक्स पर डालकर सस्ते दाम पर बेच देते थे।
गाजियाबाद, जागरण संवाददाता। क्राइम ब्रांच ने लग्जरी कारें चुराकर फर्जी नंबर लगा ओएलएक्स पर बेचने वाले गिरोह का पर्दाफाश कर चार आरोपितों को गिरफ्तार किया है। इनसे स्कॉर्पियो व फार्च्यूनर समेत आठ लग्जरी कारें मिली हैं। एडीसीपी क्राइम सच्चिदानंद ने बताया कि यह गिरोह गाड़ी चुराने के बाद इंजन व चेसी नंबर घिसकर इनके फर्जी दस्तावेज बनाते थे। दो सदस्य मैनुअली ग्राहक लेकर आते थे और बाकी कारें ओएलएक्स पर डालकर सस्ते दाम पर बेच देते थे।
100 से अधिक कारों की कर चुके चोरी
सेल-परचेज एजेंसी के नाम पर एक महिला को रखा हुआ था, ताकि लोग आसानी से विश्वास कर लें। यदि कोई व्यक्ति शक जाहिर करता तो इंश्योरेंस डिफाल्टर से रिकवरी की कार होने का महिला झांसा देती थी। यह गिरोह 100 से अधिक वाहन दिल्ली, फरीदाबाद, राजस्थान व गाजियाबाद से चोरी कर चुका है। गिरफ्तार आरोपित बुलंदशहर का तौसीफ कुरैशी, हापुड़ देहात का राहुल त्यागी, मेरठ का इरफान मलिक और मीडोज विस्टा की मधु अग्रवाल है। आदिल नाम का चोर फरार है।
चोरी करने से पहले करते थे रेकी
यह गिरोह पूरी व्यवस्था के साथ काम करता है। मधु कार खरीदने के लिए कॉल करने वाले लोगों से बात करने के साथ ही सेकेंड हैंड गाड़ियों की डिमांड के बारे में जानकारी कर गिरोह को बताती भी है। बाकी आरोपित फर्जी नंबर वाली कार में बैठकर रेकी करते और गली व नो-पार्किंग में खड़ी कारों को चिह्नित करते। डिक्की के रास्ते कार में प्रवेश करते और सिस्टम में डिवाइस कनेक्ट कर स्टार्ट करते और जीपीएस हटाकर कार चोरी कर ले जाते।
पंजीकरण, इंजन व चेसी नंबर बदलकर फर्जी दस्तावेज तैयार करते और फिर बाजार कीमत से 25-30 प्रतिशत कम दाम पर बेच देते थे। वाहन चोर महंगी से महंगी से कार भी 4-5 लाख रुपये में बेच देते हैं, लेकिन इस गिरोह ने अपने सिस्टम की बदौलत ही एक फार्च्यूनर कार 20 लाख रुपये में बेच रखी है।