गाजियाबाद में चार मंजिला इमारत के झुकने से आधी रात को सदमे में आए पड़ोसी, खाली कराए गए 15 से अधिक मकान
भोपुरा के कुटी कृष्णा विहार में निर्माणाधीन चार मंजिला इमारत झुक गई। पुलिस ने पड़ोस के करीब 15 मकानों को खाली करा दिया। यह इमारत बिना नक्शे के बनाई जा रही थी। यदि यह गिर जाती तो काफी लोगों की जान जा सकती थी।
गाजियाबाद, जागरण संवाददाता। भोपुरा के कुटी कृष्णा विहार में निर्माणाधीन चार मंजिला इमारत झुक गई। पुलिस ने पड़ोस के करीब 15 मकानों को खाली करा दिया। यह इमारत बिना नक्शे के बनाई जा रही थी। यदि यह गिर जाती तो काफी लोगों की जान जा सकती थी। रात 10 बजे के बाद तक मौके पर पुलिस और जीडीए की टीम इमारत को गिराने को लेकर वार्ता करती रही। शुक्रवार को मकान गिराया जाएगा।
कॉलोनी में रहने वाले रवि शंकर पिछले डेढ़ माह से 50 गज की भूमि पर इमारत का निर्माण करा रहे थे। मकान में पिलर व बीम का निर्माण नहीं कराया था। इमरात में नौ इंच की दीवार बनाई गई। बृहस्पतिवार को लोग जब सोकर उठे तो यह इमारत थोड़ी झुकी हुई थी।
मालिक से की थी शिकायत
स्थानीय लोगों ने इसके मालिक से शिकायत की। रवि शंकर ने लोगों को आश्वासन दिया कि वह इसकी जानकारी बाहर न जाने दें। वह इसे बुलडोजर आज ही तुड़वा देगा। शाम होते-होते इमारत करीब चार फीट आगे झुक गई। जब लोगों को लगा कि यह गिरने वाली है तो उन्होंने पुलिस और जीडीए के अधिकारियों से इसकी शिकायत की।
मौके पर पहुंची पुलिस ने सबसे पहले पड़ोस के रंजीत, विनोद, जगदीश, राजकुमारी सहित 15 लोगों का मकान खाली करा दिया। इसके बाद जीडीए की टीम ने इमारत गिरने से रोकने के लिए बांस व बल्ली लगा दी। इसकी जानकारी मिलने पर नगर निगम की टीम भी मौके पर पहुंची और मालिक को नोटिस जारी किया। नगर निगम मोहन नगर जोन के जोनल प्रभारी राजवीर सिंह ने बताया कि उन्होंने नोटिस देकर इमारत को तोड़ने के लिए कहा है।
हादसे के बाद ही जागते हैं अधिकारी
अवैध निर्माण होने पर जीडीए के अधिकारी सोते रहते हैं। हादसा होता है या होने वाला होता है तब इनकी नींद टूटती है। चार मंजिला इमारत बन गई और जीडीए के अधिकारियों काे इसका पता नहीं चला। यह इमारत इतनी कमजोर है कि तेज आंधी में भी गिर सकती थी। पुलिस ने इसके आगे से जा रहे रास्ते को बंद कर दिया गया है।
आज गिराएंगे इमारत
मकान गिराने के लिए रात 10 बजे तक जीडीए की अधिकारियों और पुलिस के बीच वार्ता होती रही। पुलिस का सुझाव था कि इसे जल्द से जल्द गिरा दिया जाए। जबकि जीडीए के अधिकारियों ने रात 10 बजे निर्णय लिया कि इसे शुक्रवार को दिन में गिराया जाएगा। रात में जीडीए के कर्मचारी और पुलिस तैनात रहेगी।
क्या बोले पड़ोसी?
अगर इमारत गिर जाता तो बहुत लोगों की जान चली जाती। पुलिस ने हमसे मकान खाली करा लिया है। बच्चे बहुत डरे हुए हैं।
- विनोद, पड़ोसी
जब तक इमारत को गिराया नहीं जाता तब तक हम अपने घर नहीं जा सकते हैं। हमें बहुत परेशानी उठानी पड़ी है।
- राजकुमारी
निर्माणाधीन इमारत के पास प्लाट में पानी भरा हुआ है। बिना बीम और पिलर के मकान बनाया जा रहा था। मकान को शुक्रवार को गिराया जाएगा।
- मानवेंद्र सिंह, कार्यवाहक मुख्य अभियंता, जीडीए