नगर निगम ने शहर के लिए किया पांच स्टार रे¨टग का दावा
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : स्वच्छता सर्वेक्षण के साथ इस बार स्वच्छ भारत मिशन के तहत शहरों
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : स्वच्छता सर्वेक्षण के साथ इस बार स्वच्छ भारत मिशन के तहत शहरों की स्टार रे¨टग भी होनी है। नगर निगम ने गाजियाबाद के लिए पांच स्टार रे¨टग प्रस्तावित की है। स्वत: मूल्यांकन कर प्रस्ताव केंद्रीय आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय भेजा गया है।
स्टार रे¨टग बताएगी कि कौन सा शहर कितना कचरामुक्त है। नगर निगम ने अपनी सफाई व्यवस्था, विलोपित कूड़ाघर, ¨पक शौचालय, सामुदायिक व सार्वजनिक शौचालय और वाटरलेस यूरिनल को आधार बनाते हुए पांच स्टार रे¨टग की मांग की है। यह भी बताया है कि कूड़ा निस्तारण के लिए वेस्ट-टू-एनर्जी प्लांट लगाने की कार्रवाई तेज चल रही है। निगम के इस दावे को परखने के लिए मंत्रालय सर्वेक्षण कराएगी। फिर तय हो पाएगा कि इस शहर को कितने स्टार दिए जाएं। प्रक्रिया जटिल
नगर निगम अपने स्तर पर खुद को केवल दो स्टार देने में सक्षम है। उससे ऊपर तीन, पांच और सात स्टार रे¨टग देने के लिए मंत्रालय को प्रस्ताव भेजना जरूरी है। इस वजह से प्रस्ताव तैयार कर भेजना पड़ा है। पहली बार यह रे¨टग हो रही है। सरकार इस तरह से विभिन्न नगर निगम के बीच प्रतिस्पर्धा का माहौल बनाकर देश के शहरों को साफ-सुथरा बनाने के लिए प्रयासरत है। कमियों की वजह से नहीं दी सात स्टार रे¨टग
शहर में गीला और सूखा कूड़ा अलग करने का चलन अभी शुरू नहीं हुआ है। घरों में कूड़े से खाद बनाने की आदत लोगों को नहीं है। नालियां खुली हैं। प्रतिबंधित पॉलीथिन पर पूर्ण रोक नहीं लग पाई है। इन कमियों के चलते सात स्टार रे¨टग का प्रस्ताव नहीं भेजा गया।
पांच स्टार रे¨टग के लिए प्रस्ताव केंद्रीय आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय भेजा गया है। अब मंत्रालय तय करेगा कि शहर को कितने स्टार रे¨टग दी जाए। पहली बार इस तरह की रे¨टग हो रही है।
- अरुण कुमार मिश्रा, एसबीएम नोडल प्रभारी, नगर निगम