पीक आवर्स में निर्धारित फ्रीक्वेंसी पर दौड़ रही मेट्रो: डीएमआरसी
रेड लाइन के विस्तार पर दिलशाद गार्डन-शहीद स्थल न्यू बस अड्डा के बीच मेट्रो रेल संचालन को लेकर यात्रियों के आरोपों पर दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) ने स्थिति स्पष्ट की है। कहा है कि पीक आवर्स में तय फ्रीक्वेंसी पर मेट्रो ट्रेन संचालन किया जा रहा है। पीक आवर्स के अलावा सुबह और देर रात में ट्रेनों की फ्रीक्वेंसी कम है।
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : रेड लाइन के विस्तार पर दिलशाद गार्डन-शहीद स्थल न्यू बस अड्डा के बीच मेट्रो रेल संचालन को लेकर यात्रियों के आरोपों पर दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) ने स्थिति स्पष्ट की है। कहा है कि पीक आवर्स में तय फ्रीक्वेंसी पर मेट्रो ट्रेन संचालन किया जा रहा है। पीक आवर्स के अलावा सुबह और देर रात में ट्रेनों की फ्रीक्वेंसी कम है।
डीएमआरसी के प्रवक्ता अनुज दयाल ने बताया कि वर्तमान जरूरत को पूरा करने के लिए रेड लाइन पर छह कोच की 39 ट्रेन बेड़े में हैं। उनमें से 29 मेट्रो ट्रेनों को चरणबद्ध तरीके से चार से छह कोच में परिवर्तित किया गया है, जबकि उनमें 10 ट्रेन सीधे छह कोच की शामिल हैं। यह गाजियाबाद के नए कॉरिडोर के लिए हैं। यह भी बताया कि चार ट्रेनों को स्टैंडबाई के रूप में रखा जाता है। रेड लाइन पर रोजाना 35 मेट्रो ट्रेनों को टाइम टेबल के अनुसार चलाया जा रहा है। ऐसे में यात्रियों की शिकायत तर्कहीन है कि डीएमआरसी नए कॉरिडोर पर पुरानी या नई ट्रेनें चला रहा है। डीएमआरसी यात्रियों को परेशानी मुक्त, विश्वसनीय और समयानुसार सेवाएं प्रदान कर रहा है। डीएमआरसी ने कहा कि मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यात्री आरोप लगा रहे हैं कि रेड लाइन की सभी मेट्रो ट्रेन दिलशाद गार्डन से सीधे शहीद स्थल नया बस अड्डा की ओर नहीं जा रहीं। उन्होंने बताया कि पीक आवर्स में ट्रेन पूर्व निर्धारित फ्रीक्वेंसी पर इस कॉरिडोर के प्रत्येक स्टेशन पर उपलब्ध हो रही है। किसी विशेष लाइन या इसके एक हिस्से पर सर्वोत्तम सेवाएं प्रदान करने के लिए पूरे नेटवर्क में सभी लाइनों पर टाइम टेबल और लूप्स को अपनाया जाता है। इस कॉरिडोर के लिए भी इसका अनुसरण किया जा रहा है। जिसमें वैकल्पिक मेट्रो ट्रेन दिलशाद से शहीद स्थल नया बस अड्डा तक चलाई जा रही हैं। इस तरह का परिचालन वर्तमान की आवश्यकता के अनुसार है। सुबह, पीक आवर्स के अलावा और रात में फ्रीक्वेंसी कम होती है। क्योंकि, इस दौरान डिपो (एस) से ट्रेनों की निकासी और मेनलाइन से वापसी होती है।