ग्रेनो से 26 अप्रैल को लापता युवक का शव नाले से मिला
ग्रेटर नोएडा से 26 अप्रैल की दोपहर बाद लापता हुए युवक का शव मंगलवार सुबह शास्त्रीनगर स्थित नाले से मिला है। शव कविनगर थाने से चंद कदम दूरी पर ही नाले में तैर रहा था। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को बाहर निकाला। उसके पास से एक आधार कार्ड मिला। सूचना पर पहुंचे परिजनों ने मृतक की पहचान की जिसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। परिजनों ने हत्या कर शव फेके जाने का आरोप लगाया है।
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : ग्रेटर नोएडा से 26 अप्रैल की दोपहर बाद लापता हुए युवक का शव मंगलवार सुबह शास्त्रीनगर स्थित नाले से मिला है। शव कविनगर थाने से चंद कदम दूरी पर ही नाले में तैर रहा था। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को बाहर निकाला। उसके पास से एक आधार कार्ड मिला। सूचना पर पहुंचे परिजनों ने मृतक की पहचान की, जिसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। परिजनों ने हत्या कर शव फेके जाने का आरोप लगाया है।
एसएचओ कविनगर राजकुमार शर्मा ने बताया कि मृतक की पहचान नोएडा के नगला ततारपुर निवासी सुनील कुमार (38) के रूप में हुई है। सुनील एनएच-9 पर यूपीएसआइडीसी स्थित केमिकल फैक्ट्री में काम करते थे। सुनील के चचेरे भाई संजीव ने बताया कि वह रविवार को दोपहर बाद दो बजे घर से फैक्ट्री जाने की बात कहकर निकले थे। देर रात तक नहीं लौटे तो फोन मिलाया। मगर फोन बंद था। सुनील अक्सर फैक्ट्री में ही रुक जाते थे, जिस कारण परिजनों ने फैक्ट्री में या उनके स्टाफ को फोन नहीं किया। सोमवार सुबह भी फोन नहीं मिला तो परिजनों ने तलाश शुरू की। नहीं मिलने पर जारचा थाने में शिकायत दी।
बीते माह भी यहीं मिला था शव
मंगलवार सुबह परिजनों को सूचना मिली कि शास्त्रीनगर में नाले से एक शव मिला है। बताए गए हुलिया के अनुसार परिजन यहां पहुंचे और सुनील की पहचाना की। सुनील का शव कविनगर थाने से चंद कदम दूर नाले में तैर रहा था, जबकि मार्च में भी थाने के पास खड़ी बस से शिक्षा विभाग के कर्मचारी का शव बरामद हुआ था। परिजनों का कहना है कि सुनील की हत्या कर शव यहां डाला गया है। एसएचओ ने बताया कि शव करीब 24-36 घंटे पुराना लग रहा है। शरीर पर चोट के निशान नहीं मिले हैं। पीएम रिपोर्ट आने के बाद ही हत्या के कारण का पता चलेगा।