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सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं के लिए स्वीकृति के बाद अटके ऋण

शाहनवाज अली गाजियाबाद युवाओं को स्वरोजगार और उद्योग लगाने के लिए केंद्र व प्रदेश सरका

By JagranEdited By: Published: Sat, 02 Jul 2022 09:04 PM (IST)Updated: Sat, 02 Jul 2022 09:04 PM (IST)
सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं के लिए स्वीकृति के बाद अटके ऋण

शाहनवाज अली, गाजियाबाद

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युवाओं को स्वरोजगार और उद्योग लगाने के लिए केंद्र व प्रदेश सरकार की ओर से कई योजनाएं संचालित की जा रही हैं। इनमें एक जनपद एक उत्पाद (ओडीओपी), मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना (एमवाईएसवाई), प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (पीएमईजीपी) के तहत जिला उद्योग केंद्र की ओर से स्वीकृत आवेदनों को बैंकों की ओर से ऋण की स्वीकृति नहीं मिली है।

समीक्षा बैठकों में गत 2020-21 के आवेदन अभी तक लंबित हैं, जबकि मौजूदा वर्ष 2022-23 के अधिकांश आवेदनों पर बैंकों की ओर से ऋण देने की प्रक्रिया आरंभ नहीं हो सकी है। आलम यह है कि ओडीओपी के तहत आए कुल 54 आवेदनों में 47.75 लाख रुपये के सिर्फ नौ ऋण को स्वीकृति मिली है, जिनका वितरण होना अभी बाकी है, जबकि करीब साढ़े तीन करोड़ रुपये से अधिक के ऋण लेने के लिए आवेदक स्वीकृत होने के इंतजार में हैं। इसके अलावा एमवाईएसवाई के 74 आवेदकों में सिर्फ तीन आवेदकों को 14.97 लाख रुपये का ऋण मिल सका है। बाकी आवेदक करीब ढाई करोड़ रुपये के ऋण स्वीकृत होने और मिलने के लिए रोज बैंक शाखाओं के चक्कर लगा रहे हैं।

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योजनाओं के लिए आवेदन और ऋण की स्थिति

योजना -- आवेदन - स्वीकृत - वितरित - निरस्त - लंबित - लंबित ऋण

ओडीओपी --- 54 --- 09 --- 06 --- 07 --- 41 --- 409.37 लाख

पीएमईजीपी -- 70 -- 20 ---- 19 ----23 --- 34 --- 170.01 लाख

एमवाईएसवाई -74-- 11 --- 03 --- 01 --- 00 --- 260.27 लाख

पीएमईजीपी -- 70 -- 20 --- 19 --- 23 --- 34 --- 170.01 लाख

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मुरादनगर ब्लाक के जलालाबाद कैनरा बैंक शाखा से पीएमईजीपी योजना के तहत तीन आवेदकों के करीब 35 लाख रुपये के ऋण स्वीकृत हुए थे। ऋण स्वीकृति के बाद आवेदकों को प्रशिक्षण भी दिलाया गया, लेकिन ऋण वितरित नहीं हुए। बैंक प्रबंधक बदलने के बाद वह अपने स्तर से जांच कर ऋण स्वीकृति की बात कर रहे हैं। यही हाल कमोबेश अधिकांश योजनाओं का है।

- संजय कुमार, जिला खादी एवं ग्रामोद्योग अधिकारी

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बैंक तमाम प्रयासों के साथ योजनाओं के क्रियान्वयन में लगे हैं। किसी भी ऋण में देरी या स्वीकृति के बाद वितरण न होने के पीछे अप्रैल से जुलाई तक बैंक अधिकारियों के तबादले बड़ी वजह हैं। अधिकांश अधिकारी बदल गए हैं। ऐसे में जिसे ऋण स्वीकृति और वितरण का कार्य करना है वह अधिकारी अपने स्तर से जांच कर रहा है। आशा करते हैं कि अगस्त से कार्य में प्रगति होगी।

- हिमांशु शेखर तिवारी, अग्रणी बैंक प्रबंधक गाजियाबाद


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