कोली ने गवाहों को फिर बुलाने के लिए कोर्ट में दिया प्रार्थना पत्र
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : सीबीआइ के विशेष न्यायाधीश पवन कुमार तिवारी की अदालत में बुधवार को नोएडा
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : सीबीआइ के विशेष न्यायाधीश पवन कुमार तिवारी की अदालत में बुधवार को नोएडा के बहुचर्चित निठारी कांड में सुनवाई हुई। इस दौरान सजायाफ्ता कैदी सुरेंद्र कोली कड़ी सुरक्षा में डासना जेल से अदालत में पेश हुआ। अदालत में कोली ने पुराने गवाहों को फिर तलब करने का प्रार्थना पत्र दिया। साथ में डासना जेल अधीक्षक पर ठीक से उपचार न कराने का आरोप लगाया। उसने कहा कि हाथ व कंधे में दर्द का सही उपचार नहीं कराया जा रहा है, जिसके चलते काफी तकलीफ हो रही है। इस पर अदालत ने जेल अधीक्षक को सुरेंद्र कोली का नियमानुसार उचित उपचार कराने के आदेश दिए।
सीबीआइ के लोक अभियोजक ने बताया कि गवाहों को फिर से तलब कराने की अर्जी देकर कोली मुकदमे की कार्रवाई को प्रभावित करना चाहता है। उसने मंजूला कृष्णन (आर्थिक सलाहकार व चेयरपर्सन मिनिस्ट्री ऑफ वूमेन एंड चाइल्ड डेवलपमेंट), बल¨वदर कुमार (सेक्रेट्री डिपार्टमेंट ऑफ वूमेन एंड चाइल्ड डेवलपमेंट, यूपी सरकार), वीएन गौड (ज्वाइंट कमिश्नर, मिनिस्ट्री ऑफ होम अफेयर्स), जेएस कोचर (डायरेक्टर, चाइल्ड अफेयर्स, मिनिस्ट्री ऑफ वूमेन एंड चाइल्ड डेवलपमेंट), के. स्कंदन, डा. विनोद कुमार (एमडी, चीफ मेडिकल सुप्रीटेंडेंट, नोएडा), मूर्ति देवी, डा. संजीव (एसोसिएट डायरेक्टर, सीएफआइ, भोपाल), डा. ममता सूद (एसोसिएट प्रोफेसर, एम्स) आदि की दोबारा से गवाही की अर्जी दी है। इस मामले में सुनवाई के लिए 27 अप्रैल की तारीख नियत की गई है। मालूम हो, कि 29 दिसंबर 2006 को नोएडा के निठारी में मो¨नदर ¨सह पंधेर की कोठी के पीछे नाले में पुलिस को 19 बच्चों और महिलाओं के कंकाल मिले थे, जिसके बाद पुलिस ने मो¨नदर ¨सह पंधेर और उसके नौकर सुरेंद्र कोली को गिरफ्तार किया था।