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किसान आंदोलन की झलकियां

अन्नदाता को खिलाया खाना वैशाली सेक्टर एक स्थित गुरूद्वारा प्रबंध कमेटी से जुड़े लोग दोपहर कर

By JagranEdited By: Published: Sun, 29 Nov 2020 10:03 PM (IST)Updated: Sun, 29 Nov 2020 10:03 PM (IST)
किसान आंदोलन की झलकियां
किसान आंदोलन की झलकियां

अन्नदाता को खिलाया खाना : वैशाली सेक्टर एक स्थित गुरूद्वारा प्रबंध कमेटी से जुड़े लोग दोपहर करीब एक बजे यूपी गेट पर किसानों के बीच पहुंचे। कमेटी के पदाधिकारियों ने किसानों को कढ़ी-चावल, दाल-रोटी, सब्जी, पीले चावल, साबूदाने की खीर वितरित की। प्रबंध कमेटी के पदाधिकारियों का कहना था कि किसान देश का अन्नदेता है। यदि किसान ही भूखा रहेगा तो देश के लोगों का क्या होगा। उन्होंने धरना चलने तक किसानों को भोजन उपलब्ध कराने की बात कही है।

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किया मनोरंजन: किसान मनोरंजन का सामान साथ लाए हैं। दिल्ली में किसानों को प्रवेश करने के लिए राष्ट्रीय नेतृत्व के आदेश का इंतजार है। इंतजार के दौरान रविवार को किसानों ने ताश खेलकर और हुक्का गुड़ गुड़ाया और गाने सुनकर मनोरंजन किया।

बांटे जा रहे मौसम के सामान: भारतीय किसान यूनियन के पदाधिकारियों ने धरने पर आए किसानों के लिए खाने की व्यवस्था की है। खाना बनाने के लिए शास्त्री नगर निवासी एक हवाई को बुक किया हुआ है। इसके साथ ही किसानों के खाने पीने की व्यवस्था की गई है। सुबह 11 बजे किसानों को संतरे, केले और तीन बजे मूंगफली वितरित की गई।

इन्होंने दिया समर्थन: किसानों के धरने को समर्थन देने पहुंचे भीम आर्मी के पदाधिकारी हिमांशु वाल्मिकी ने बताया कि पूरे देश में किसानों के धरने को समर्थन दिया गया है। सरकार को जगाने के लिए सड़क पर उतरकर प्रदर्शन किया जाएगा। यदि इसके बाद भी सरकार की नींद नहीं टूटी तो ट्रेन रोककर प्रदर्शन किया जाएगा।

किसानों ने जवानों का रखा ध्यान: धरने पर बैठे किसानों ने दिल्ली सीमा पर तैनात जवानों का भी ध्यान रखा। किसानों ने जवानों को सुबह चाय, दोपहर को खाना खिलाया। किसानों का कहना था कि किसान और जवान देश के लिए काम करते हैं। सरकार ने दोनों को आमने-सामने खड़ा कर दिया है। खजूरी पुश्ता रोड पर दिल्ली जाएंगे किसान: भारतीय किसान यूनियन (अ) के प्रदेश अध्यक्ष सचिन शर्मा रविवार को अपने कार्यालय पर बैठक की। बैठक में उन्होंने कहा कि हमेशा संघर्ष वे लड़ाई लड़ने वाले राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी ऋषि पाल अंबावता को नजरबंद करना सरकार का बहुत ही निदनीय कार्य है। एक दिसंबर को यूनियन के पदाधिकारी समाधि स्थल दिल्ली जाएंगे। छह माह का राशन लाए हैं किसान: किसानों का कहना है कि वह छह माह का कच्चा राशन लेकर घर से निकले हैं। इस बार अपनी मांगें पूरी कराकर ही लौटेंगे। दिन में यूपी गेट पर ही तहरी बनी। किसानों ने उसे छककर खाया। वहीं, रात में सामाजिक संस्थाओं व गुरुद्वारा की ओर से किसानों के लिए भोजन मुहैया कराया गया। आम आदमी पार्टी की ओर से चाय बांटी गई। महत्वपूर्ण कार्यक्रमों को छोड़कर आंदोलन में शामिल हैं किसान: आंदोलन में शामिल किसानों ने कहा कि इन दिनों खेती का काम है। शादी-ब्याह का सीजन चल रहा है। परिवार में शादी है। अगले सप्ताह खुद के बेटी की शादी है। इन सब कार्यक्रमों को दरकिनार कर अपनी जायजा मांगों को लेकर आंदोलन करने आए हैं। आज हाइवे कर सकते हैं जाम : किसानों में जिस तरह से जोश दिख रहा है। इससे लग रहा है कि वह सोमवार को राष्ट्रीय राजमार्ग - नौ भी जाम कर सकते हैं। हालांकि किसान नेता इस पर अब तक कुछ खुलकर नहीं बोल रहे हैं। रागिनी हुई: यूपी गेट पर रात में रागिनी हुई। इसका किसानों ने जमकर आनंद उठाया। वहीं, कई युवा किसान मोबाइल पर गाना सुनते व वीडियो देखते रहे।


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