भारत को अभी मजबूत बल्लेबाजी की जरूरत : चेतन शर्मा
भारतीय क्रिकेट टीम का अहम हिस्सा रहे मीडियम पेसर एवं मौजूदा कमेंटेटर चेतन शर्मा का कहना है कि विश्व क्रिकेट में भारत का यह स्वर्णिम दौर है। आज भारतीय टीम दुनिया की किसी भी पिच पर मेजबान और किसी भी टीम को हराने का दम रखती है, लेकिन साथ ही इंडिया को मजबूत बै¨टग की भी उतनी जरूरत है। आस्ट्रेलिया दौरे पर पहले एडीलेड टेस्ट में भारत की ऐतिहासिक जीत है। चेतन शर्मा का नाम आते ही लोगों के जेहन में जावेद मियांदाद का वो छक्का याद आता है। आखिरी गेंद पर मैच अटक गया और पाकिस्तान को जीत के
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : भारतीय क्रिकेट टीम का अहम हिस्सा रहे मीडियम पेसर एवं मौजूदा कमेंटेटर चेतन शर्मा का कहना है कि विश्व क्रिकेट में भारत का यह स्वर्णिम दौर है। आज भारतीय टीम दुनिया की किसी भी पिच पर मेजबान और किसी भी टीम को हराने का दम रखती है, लेकिन साथ ही इंडिया को मजबूत बै¨टग की भी उतनी जरूरत है। आस्ट्रेलिया दौरे पर पहले एडीलेड टेस्ट में भारत की ऐतिहासिक जीत है।
चेतन शर्मा का नाम आते ही लोगों के जेहन में जावेद मियांदाद का वो छक्का याद आता है। आखिरी गेंद पर मैच अटक गया और पाकिस्तान को जीत के लिए चाहिए थे पांच रन। मैच और चेतन शर्मा की इस अंतिम गेंद पर मियांदाद ने छक्का मारकर पाकिस्तान की झोली में डाल दिया था, लेकिन इन्हीं चेतन शर्मा ने 1987 के वर्ल्ड कप में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए हैट्रिक लेते हुए भारतीय टीम को हारा हुआ मैच जिताकर नई इबारत भी लिखी थी। न्यू रेंबो स्कूल में स्कूली बच्चों के क्रिकेट टूर्नामेंट के उद्घाटन मौके पर पहुंचे चेतन शर्मा ने भारतीय क्रिकेट को लेकर खुलकर बात की। उन्होंने कहा कि ये भारतीय क्रिकेट का दौर है। अभी इंडियन टीम ने आस्ट्रेलिया में पहले एडिलेड टेस्ट में जिस तरह जीत हासिल की है। वह काबिले तारीफ है, लेकिन जीत में टॉप आर्डर बल्लेबाजी की जगह गेंदबाजों ने कमाल किया है। टीम में टॉप आर्डर बै¨टग लाइन को अभी और ज्यादा मजबूत करने की जरूरत है। इसके लिए नए विकल्प ढूंढ़ने होंगे, हालांकि टीम में प्रथ्वी शॉ जैसे नए क्रिकेटर आ रहे हैं, जिन्हें मौका देने की जरूरत है। आज टीम इतना मजबूत तो है कि विश्व भर में किसी की सरजमीं पर जाकर हमारी टीम उसे धूल चटाने में सक्षम है।
सफलता के लिए खेल भी अहम
स्कूली बच्चों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि खेल भी जीवन में आज सफलता का अहम हिस्सा है। आज अच्छे खिलाड़ी के लिए कामयाबी बांहें फैलाए खड़ी है। उन्हें बेहतर नौकरी के अवसर तलाशने की जरूरत नहीं है, बल्कि वह खुद आपकी तलाश में रहती है। इसके लिए खेल भावना और लगन की जरूरत है। खेल के साथ पढ़ाई पर तवज्जो न देना भी गलत है। स्पोर्टस आज एक सफल व्यवसाय भी है। बच्चों से कहा कि एक इंसान के साथ एक जेंटलमेन क्रिकेटर भी बनें।