थाने के पास युवती से छेड़खानी और लूटपाट
दोस्ती करने से इंकार करने पर एक युवक ने दोस्त के साथ मिलकर इंदिरापुरम थाना से करीब 50 मीटर की दूरी पर स्थित बुद्ध चौक के पास सरेराह युवती से छेड़खानी की। विरोध करने पर युवती का मोबाइल लूट लिया। खींचातानी में युवती के हाथ में चोट आई और उसके कपड़े फट गए। युवती के शोर मचाने पर मोबाइल का मोबाइल फेंककर दोनों फरार हो गए। युवती की शिकायत पर इंदिरापुरम थाना में दोनों युवकों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज हुई है।
जागरण संवाददाता, साहिबाबाद : दोस्ती करने से इंकार करने पर युवकों ने बुद्ध चौक के पास इंदिरापुरम थाना से करीब 50 मीटर की दूरी पर सरेराह युवती से छेड़खानी की। विरोध करने पर युवती का मोबाइल लूट लिया। खींचातानी में युवती के हाथ में चोट आई और उसके कपड़े फट गए। युवती के शोर मचाने पर युवक मोबाइल फेंककर फरार हो गए। युवती ने इंदिरापुरम थाने में नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई है।
साहिबाबाद थाना क्षेत्र में रहने वाली एक युवती इंदिरापुरम में नौकरी करती है। युवती का आरोप है कि करीब दो माह से तरुण नामक युवक फोन पर दोस्ती करने के लिए कह रहा था। उन्होंने इंकार किया तो युवक कार्यालय आते-जाते समय उनका पीछा करने लगा। मंगलवार शाम करीब साढ़े छह बजे तरुण ने अपने दोस्त विपिन (युवती के कार्यालय के बगल की कंपनी में कार्यरत) के साथ मिलकर बुद्ध चौक, वसुंधरा के पास उन्हें जबरन रोक लिया। तरुण दोस्ती करने का दबाव बनाने लगा। मना करने उनका मोबाइल लूट लिया। हाथ पकड़कर खींचने लगा। खींचातानी में उनके हाथ में चोट आई और कपड़े फट गए। उन्होंने शोर मचाया तो दोनों भाग गए। भागते वक्त दोनों उनका मोबाइल फेंक गए। उन्होंने भाई को कॉल कर घटना की सूचना दी। इंदिरापुरम थाना में लिखित शिकायत दी। उनकी शिकायत पर बुधवार को दोनों युवकों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज हुई। इंदिरापुरम थाना प्रभारी दीपक शर्मा का कहना है कि मामले में दो नामजद युवकों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज है। जांच की जा रही है।
युवकों में नहीं दिखा खौफ
युवती के साथ बुद्ध चौक के पास छेड़खानी व लूटपाट हुई है। बुद्ध चौक इंदिरापुरम थाना से करीब 50 मीटर की दूरी पर स्थित है। बुद्ध चौक पर यातायात पुलिसकर्मियों की तैनाती रहती है। चौक पर राहगीरों की आवाजाही रहती है। ऑटो-टेंपो आदि का इंतजार करने वाले यात्री खड़े रहते हैं। इतने व्यस्त बुद्ध चौक पर युवती से सरेराह छेड़खानी और लूटपाट जैसी घटना हो गई। इससे स्पष्ट होता है कि युवकों को पुलिस का जरा सा भी खौफ नहीं था।